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गुजरात: पटेल आंदोलन ने हिंसक रूप लिया, महेसाणा में कर्फ्यू

आरक्षण और जेल में बंद समुदाय के नेताओं की तत्काल रिहाई की मांग को लेकर पटेल समुदाय की विशाल रैली ने आज हिंसक रूप ले लिया। प्रदर्शनकारियों ने दो भवनों में आग लगा दी और कुछ पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त किया। इसके बाद महेसाणा शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
गुजरात: पटेल आंदोलन ने हिंसक रूप लिया, महेसाणा में कर्फ्यू

अहमदाबाद से 73 किलोमीटर दूर महेसाणा के जिलाधिकारी लोचन सेहरा ने बताया, हमने महेसाणा शहर में कल सुबह तक कर्फ्यू लगाया है। मोबाइल इंटरनेट सेवा को इस अवधि के दौरान निलंबित कर दिया गया है। हिंसक भीड़ ने दो सरकारी संपत्तियों में आग लगा दी। एक उप संभागीय मजिस्ट्रेट और मामलातदार (राजस्व अधिकारी) पथराव की घटना में घायल हुए हैं। पुलिस ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम की एक गोदाम और एक जिला कार्यालय को आग के हवाले कर दिया गया। इस सिलसिले में 15 लोगों को हिरासत में लिया गया है।

 

सूरत में पुलिस ने 435 पटेल आंदोलनकारियों को हिरासत में लिया। ये प्रदर्शनकारी महेसाणा की घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद सड़क पर उतरे थे। सूरत के पुलिस आयुक्त आशीष भाटिया ने कहा कि हालात नियंत्रण में हैं। जिले के अधिकारियों ने बताया कि सूरत और राजकोट में एहतियाती उपाय के तौर पर मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

 

महेसाणा में पुलिस ने कथित तौर पर पथराव कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोलों का सहारा लिया। पटेल समुदाय के लिए ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे प्रमुख समूहों में से एक सरदार पटेल ग्रुप(एसपीजी) के आह्वान पर जेल भरो आंदोलन के तहत पटेल प्रदर्शनकारी मोढेरा चौराहे पर एकत्र हुए थे।

 

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