चक्रवाती तूफान ‘मैंडूस’ ने शुक्रवार देर रात चेन्नई में मामल्लपुरम के निकट दस्तक दी, जिससे तटीय तमिलनाडु में मध्यम से भारी बारिश हुई।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख एस. बालाचंद्रन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘चक्रवाती तूफान के दस्तक देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, यह जारी है।’’ चक्रवाती तूफान के प्रभाव से कई तटीय क्षेत्रों में आंधी और भारी बारिश हुई।
ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन (जीसीसी) ने सभी से चक्रवाती तूफान 'मैंडूस' के कमजोर पड़ने तक बाहर जाने से बचने का अनुरोध किया है। 3 घंटे में लगभग 65 पेड़ गिर गए हैं और जीसीसी उन्हें हटाने के उपाय कर रही है। निचले तश्तरी के आकार वाले क्षेत्रों में पानी के ठहराव को दूर करने के लिए मोटर पंपों का उपयोग किया जा रहा है।
वहीं, चेन्नई के टी नगर इलाके में एक दीवार गिरने के कारण उसके पास खड़ी 3 कार क्षतिग्रस्त हो गई हैं। राहत की बात यह है कि घटना के वक्त कारों में कोई मौजूद नहीं था।
लैंडफॉल के बाद शनिवार को एक गहरे अवसाद और बाद मैंडूस कमजोर हो जाएगा। इससे पहले शुक्रवार को यह प्रचंड चक्रवाती तूफान से चक्रवाती तूफान के रूप में कमजोर पड़ गया था। चक्रवात के लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू होते ही चेन्नई में कुछ जगहों पर भारी बारिश और तेज आंधी का दौर शुरू हो गया। चेन्नई के पट्टीनापक्कम में तूफान के चलते तेज बारिश हुई और आंधी चली।
आईएमडी ने कहा कि चेन्नई, तमिलनाडु में चक्रवाती तूफान मैंडूस की लैंडफॉल प्रक्रिया जारी है और कुछ ही घंटों में पूरी हो जाएगी। अगले तीन घंटों के दौरान तमिलनाडु के रानीपेट्टई, वेल्लोर, विलुप्पुरम, तिरुवन्नामलाई, सलेम, कल्लाकुरिची, तिरुपट्टूर जिलों और पुडुचेरी में कुछ स्थानों पर मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है।
बता दें कि ‘मैंडूस’ अरबी भाषा का एक शब्द है और इसका अर्थ है खजाने की पेटी (बॉक्स) और यह नाम संयुक्त अरब अमीरात द्वारा चुना गया था।