इससे पहले सीबीआई ने उनके दफ्तर पर छापा भी मारा था। छापेमारी की खबर के तुरंत बाद केजरीवाल ने पीएम मोदी को 'कायर' बताया था। सीबीआई को शिकायत मिली थी कि राजेंद्र कुमार बीते पांच साल में जहां भी रहे प्राइवेट कंपनियों को फायदा पहुंचाते रहे।
सीबीआई ने राजेंद्र कुमार के खिलाफ पहले ही केस दर्ज कर लिया था। सीबीआई ने राजेन्द्र कुमार के साथ चार और अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इनमें संदीप कुमार, दिनेश कुमार, तनुम शर्मा और अशोक कुमार शामिल हैं। वरिष्ठ नौकरशाह आशीष जोशी (पूर्व सदस्य दिल्ली डायलॉग कमीशन) ने एंटी करप्शन शाखा के चीफ एमके मीणा को लिखकर राजेंद्र कुमार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।जोशी ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा नियुक्त किए गए एसीबी चीफ मीणा से कुमार के खिलाफ जांच की मांग की थी, जब कुमार स्वास्थ्य, शिक्षा और आईटी विभाग में थे।
वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजेंद्र कुमार फरवरी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के प्रिंसिपल सेकेट्री के रूप में नियुक्त हुए थे। कुमार 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। अरविंद केजरीवाल के पहले कार्यकाल में भी उनके सचिव रह चुके हैं। कुमार भी केजरीवाल की तरह आईआईटी दिल्ली से पासआउट हैं।