पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में आक्रोश है। मंगलवार को आतंकियों ने कश्मीर घूमने गए पर्यटकों को निशाना बनाया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। अब इस हमले के विरोध में शुक्रवार को दिल्ली व्यापारी समुदाय ने प्रमुख बाजारों को बंद रखने का फैसला लिया है।
पहलगाम हमले के बाद व्यापारी समुदायों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। ऐसे में हमले के खिलाफ कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) और चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) सहित देश के कई व्यापारी संगठनों ने इस बंद का आह्वान किया है।
दिल्ली में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) और चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के नेतृत्व में चांदनी चौक, कनॉट प्लेस, सदर बाजार, खारी बावली, लाजपत नगर और कश्मीरी गेट जैसे 700 से अधिक बाजार बंद हैं, जिससे 1500 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ है। दिल्ली के अलावा मध्य प्रदेश, झारखंड, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में भी व्यापारी और नागरिक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली में बुधवार को दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन (डीएचएमए) और अन्य संगठनों की बैठक में बंद का फैसला लिया गया। आज सुबह से चांदनी चौक और सदर बाजार में दुकानों के शटर बंद हैं। दोपहर 11 बजे सदर बाजार के 12 टूटी चौक पर व्यापारी प्रदर्शन करेंगे, और चांदनी चौक में टाउन हॉल से लाल किला तक कैंडल मार्च निकाला जाएगा।
सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल ने कहा, “यह हमला हमारे देश की शांति पर प्रहार है। हम सरकार से आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हैं।” वहीं डीएचएमए के महासचिव श्रीभगवान बंसल ने कहा, "यह बंद पीड़ित परिवारों और सरकार के प्रति एकजुटता दिखाने का प्रतीक है। हम आतंकवाद के खिलाफ खड़े हैं।"
हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट ने ली है। व्यापारियों ने केंद्र सरकार से आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की है। आवश्यक सेवाएं जैसे दवा, सब्जी, और पेट्रोल पंप बंद से मुक्त हैं। दिल्ली पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है।