प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को एक जांच के तहत राजस्थान कांग्रेस के नेता और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के परिसरों की तलाशी ली। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
खाचरियावास ने कहा कि यह राजनीति से प्रेरित कार्रवाई है, क्योंकि वह सरकार के खिलाफ बोलते रहे हैं। उन्होंने अपने घर के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया है और वह ईडी से "डरते" नहीं हैं।
ईडी की कार्रवाई की जानकारी मिलते ही उनके समर्थक उनके आवास के बाहर पहुंच गए और उनके समर्थन में नारे लगाने लगे।
जांच एजेंसी की एक टीम पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के भतीजे प्रताप सिंह खाचरियावास के पैतृक घर पहुंची और तलाशी ली।
खाचरियावास ने संवाददाताओं से कहा, "वे परिसर की तलाशी के लिए नोटिस लेकर आए हैं। उन्होंने किसी कंपनी से संबंधित नोटिस नहीं दिया है। देश में कहीं भी परिसर की तलाशी ली जा सकती है, यह उनका अधिकार है। मैं न तो डरता हूं और न ही घबराता हूं।" उन्होंने कहा, "अगर कोई मुद्दा है, तो मैं जवाब दूंगा। मेरी ओर से छह वकील हैं।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि ईडी उन्हें डराने के लिए उनके घर की तलाशी लेने आई है।
उन्होंने कहा, "भाजपा अहंकारी है। केंद्र में उनकी 11 साल से सरकार है, राजस्थान में भी उनकी सरकार है। मैं उनके खिलाफ बोलता रहा हूं, इसलिए उन्होंने यह कार्रवाई की है, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं।"
खाचरियावास ने आरोप लगाया कि ईडी बिना किसी कारण के कार्रवाई करती है। उन्होंने कहा, "उन्होंने हमारे नेता राहुल गांधी को बुलाया। जब वे कोई कारण बताएंगे, तो मैं जवाब दूंगा। अभी तक ईडी ने तलाशी का कोई कारण नहीं बताया है।" उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार को ईडी के जरिए राजनीति नहीं करनी चाहिए।
पूर्व मंत्री ने कहा कि उनका किसी कंपनी से कोई लेना-देना नहीं है। संघीय जांच एजेंसी इस मामले में अन्य स्थानों पर भी कुछ परिसरों की तलाशी ले रही है।