जम्मू में सेना के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि माना जा रहा है कि गांव में दो से तीन आतंकवादी छिपे हैं और रातभर गोलीबारी करके उनके भागने के सभी प्रयासों को विफल कर दिया गया है।
राजौरी के बुद्धल इलाके के गुंधा-खवास गांव में शनिवार को सेना और पुलिस ने घेराबंदी कर तलाश अभियान चलाया था और इसी दौरान मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें एक आतंकवादी मारा गया।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि ताजा जानकारी मिलने तक मुठभेड़ जारी थी। उन्होंने बताया कि अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती करके आतंकवादियों के बच निकलने के सारे रास्ते बंद कर दिए गए हैं और उन्हें ठिकाने लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अधिकारी के मुताबिक, आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने पर यह अभियान शुरू किया गया था। उन्होंने बताया कि पुलिसकर्मियों की एक छोटी टीम ने तलाश अभियान शुरू किया था और बाद में सेना एवं केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान भी इसमें शामिल हो गए। अधिकारी के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गए आतंकवादी का शव अभी बरामद नहीं हुआ है।
लेफ्टिनेंट कर्नल बर्तवाल ने कहा, ‘‘आतंकवादियों का सुराग मिलने पर सेना के जवान क्षेत्र में आगे बढ़े और उन्हें घेर लिया। माना जा रहा है कि क्षेत्र में दो से तीन आतंकवादी मौजूद हैं। राष्ट्रीय राइफल्स के अतिरिक्त बल को इलाके में भेजा गया है।’’
उन्होंने बताया कि भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से विशेष बलों को क्षेत्र में लाया गया, जबकि रात में अभियान को अंजाम देने में सक्षम क्वाडकॉप्टर, मानव रहित विमानों और खोजी कुत्तों को भी शामिल किया गया।
राजौरी में पुलिस ने रविवार को एक परामर्श जारी किया, जिसमें लोगों को सुरक्षा के मद्देनजर मुठभेड़ स्थल से दूर रहने की सलाह दी गई है।
परामर्श में कहा गया है, ‘‘यह सभी की जानकारी के लिए है कि गुंधा-खवास गांव में मुठभेड़ जारी है। लोगों को क्षेत्र में नहीं आने और उस स्थान से कम से कम दो किलोमीटर दूर रहने की सलाह दी जाती है।’’