गुजरात में अहमदाबाद के मुस्लिम-बहुल जुहापुरा इलाक़े में हाल में फ़्रान्स के राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रों की तसवीरें अपमानजनक ढंग से सड़क पर लगाने के मामले में पुलिस ने स्थानीय महानगरपालिका के एक कांग्रेसी कारपोरेटर और एक महिला समेत सात लोगों के ख़िलाफ़ नामज़द मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने बताया कि नामज़द सात लोगों के अलावा 15 से अधिक अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ भी भारतीय दंड संहिता और आपदा प्रबंधन क़ानून की अलग अलग धाराओं के तहत मामला वेजलपुर थाने में दर्ज किया गया है। इन लोगों ने एक नवंबर को दोपहर के समय चेहरे पर जूते के निशान लगे श्री मैंक्रों के लगभग 150 पोस्टर आम सड़क पर लगाए थे। नामज़दों में कथित तौर पर कारपोरेटर हाजी असरबैग मिर्ज़ा का नाम भी शामिल है।
ज्ञातव्य है कि इस्लाम धर्म के पैग़म्बर मोहम्मद के विवादित कार्टून तथा सम्बंधित हिंसक घटनाओं और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के बारे में श्री मैंक्रों के बयान को लेकर दुनिया भर में मुस्लिम समुदाय के लोग उनके ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे हैं। हालाँकि भारत सरकार ने उनका समर्थन किया है।
गुजरात के वडोदरा में भी ऐसे पोस्टर पाए गए थे। सबसे पहले मुंबई के एक मुस्लिम बहुल क्षेत्र में इन्हें देखा गया था।