किसानों पर हुई गोलीबारी के बाद मंदसौर में हालात और भी तनावपूर्ण है। देवास के सोनकच्छ में आंदोलनकारियों ने चार्टर्ड बस में आग लगा दी। वहीं देवास में ही किसानों ने ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया। जिले में कर्फ्यू के बाद भी हालात पर काबू नहीं पाया जा सका है। बल्कि राज्य के अन्य हिस्सों में भी किसान आंदोलन का विस्तार हो गया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता जगदीश जी के अनुसार आंदोलन का असर राज्य में ही नहीं बल्कि पूरे महाकौशल में दिखाई दे रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश बंद का प्रभाव और समर्थन पूरे मध्य प्रदेश में दिखा।
आगजनी, तोड़-फोड़ और पथराव
मंदसौर में गुस्साएं प्रदर्शनकारियों ने कई जगह तोड़फोड़ की, वहीं 8-10 वाहनों को आग के हवाले कर दिया। जानकारी के मुताबिक बारखेड़ा और उज्जैन इलाके में पुलिस पर पथराव किया गया। वहीं प्रदर्शनकारियों ने मंदसौर के कायमपुर में यूसीओ बैंक की ब्रांच में आग लगा दी।
सोनकच्छ में बस को रोककर लगाई आग
भोपाल से आ रही चार्टर्ड बस को सोनकच्छ में रोककर उसमें आग लगा दी। इससे पहले आंदोलनकारियों ने बस के शीशे तोड़ दिए गए। बताया जा रहा है कि जब तोड़फोड़ की जा रही थी, तब बच्चे और महिलाएं बस के अंदर थीं।
देवास में रोकी ट्रेन
देवास में किसानों ने दो ट्रेनों को स्टेशन पर रोक लिया। करीब आधे घंटे तक समझाने के बाद इन्होंने ट्रेन को जाने दिया। इस प्रदर्शन का नीमच-रतलाम रेल ट्रैफिक पर असर पड़ा है। कुछ ट्रेन को इन स्टेशन पर ही रोक दिया है।
डीएम और पत्रकार से मारपीट
बुधवार सुबह किसानों को समझाने गए डीएम स्वतंत्र सिंह के साथ किसानों ने मारपीट की और उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। वहीं इसके एक टीवी न्यूज़ के पत्रकार ब्रिजेश राजपूत और कैमरामैन पर भी भीड़ ने हमला कर दिया।