बिजनौर जिले में मंगलवार दोपहर में जज के सामने पेशी पर आए हत्या के एक आरोपी पर 25 राउंड गोलियां चलाकर मौत के घाट उतार दिया गया। वहीं, दूसरे आरोपी ने भागकर अपनी जान बचाई। मामले की सुनवाई कर रहे सीजेएम ने मेज के नीचे घुसकर अपनी जान बचाई। गोलीबारी में एक हेड मोहर्रिर भी घायल हो गया।घटना से कचहरी में अफरातफरी मच गई और कोर्ट रूम के बाहर वकीलों का जमावड़ा लग गया। इस दौरान पुलिस ने फायरिंग करने वाले तीनों आरोपितों को कोर्ट में बंद कर दिया और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। घटना के बाद वहां भारी पुलिसबल तैनात कर दिया गया।
बसपा नेता की हत्या का था आरोप
जून 2019 में नजीबाबाद से बसपा नेता अहसान और उनके भांजे की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में नजीबाबाद के ही शहनवाज और जब्बार के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था। इन पर पचास-पचास हजार का इनाम भी घोषित हुआ था। कुछ माह पहले दोनों ने दिल्ली में सरेंडर कर दिया था। दिल्ली पुलिस आज दोनों को पेशी पर लेकर सीजेएम कोर्ट बिजनौर आई थी।
दूसरे आरोपी ने भागकर बचाई जान, हेड मोहर्रिर घायल
दोपहर को दोनों आरोपी सीजेएम कोर्ट में थे। इसी बीच अहसान का बेटा साहिल अपने दो साथियों के साथ कोर्ट में पहुंचा। शहनवाज और जब्बार को निशाना बनाते हुए फायरिंग शुरू कर दी। शहनवाज को कई गोलियां लगीं और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दूसरा आरोपी जब्बार सीजेएम कार्यालय की तरफ से खुले हुए दरवाजे से मौके से भाग निकला। कोर्ट परिसर में करीब 25 राउंड गोलियां चलीं। इस गोलीबारी में हेड मोहर्रिर मनीष भी गोली लगने से घायल हो गया। अफरा-तफरी के बीच पुलिस ने साहिल सहित तीनों को कोर्ट रूम में बंद कर दिया और चारों तरफ से कोर्ट को घेर लिया। घायल हेड मोहर्रिर को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एसपी संजीव त्यागी ने ‘आउटलुक’ को बताया कि तीन हत्यारोपियों को पुलिस ने मौके से गिरफ्तार किया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। इसी के आधार पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।