आलू से भी सस्ता चिकन। फिर भी कोई खरीदार नहीं। एवियन इन्फ्लुएंजा ए-5ए-8 बर्ड फ्लू के फैलने से एक हफ्ते मंे ही हरियाणा व पंजाब के पोल्ट्री कारोबारियों का कारोबार 80 फीसदी तक गिर गया है। हफ्ता पहले तक हरियाणा के पंचकूला में 100 रुपए किलो बिकने वाले ब्रॉयलर चिकन का अब कोई 20 रुपए किलो में भी खरीदार नहीं हैं। दो लाख से ज्यादा मुर्गियां हरियाणा के पंचकूला जिले के बरवाला में स्थित पोल्ट्री फॉर्म्स में मार कर दफना दी गई हैं। हफ्ता पहले 185 रुपए की बिकने वाली अंडों की एक ट्रे का दाम 70 रुपए पर अा गया है पर डर के मारे खरीदार नहीं हैं। बरवाला के दो पोल्ट्री फार्मों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने से उसके एक किलोमीटर के संक्रमित जोन में करीब दो लाख और मुर्गियों को मारकर दफनाया जाएगा।
हरियाणा सरकार ने बरवाला क्षेत्र के 10 किलोमीटर के दायरे को सर्विलांस जोन घोषित किया गया है। हरियाणा मेंं करीब पांच लाख मुर्गियां मर चुकी हैं। हरियाणा पोल्ट्री फार्म ऐसोसिएशन के अध्यक्ष दर्शन लाल सिंगला के मुताबिक दो लाख से अधिक मुर्गियों को अभी तक मार कर दफनाया जा चुका है। इसके लिए राज्य सरकार ने पोल्ट्री फार्म मालिकों क्षतिपूर्ति के लिए प्रति मुर्गी 90 रुपए मुआवजे का एलान किया है। इन क्षेत्रों की मुर्गियों व अंडों के साथ दाने की बाहर सप्लाई पर भी रोक लगा दी है। हरियाणा के कृषि एंव पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के मुताबिक मुर्गियों के मरने की सूचना मिलने के बाद सरकार ने पूरी जांच कराई है। विभाग द्वारा जांच करने पर पाया गया कि पिछले एक माह में इन पोल्ट्री फार्मों में करीब 4 लाख मुर्गियां मरी हैं। पहले जालंधर में एक लैब में सैंपल भेजे गए परंतु वहां से रिपोर्ट न मिलने के कारण बाद में सैंपल भोपाल की लैब में जांच के लिए भेजे गए। रिपोर्ट में दो पोल्ट्री फार्मों की मुर्गियों में एवियन इन्फ्लुएंजा मिलने की पुष्टि हुई है।
दलाल ने बताया कि एवियन इन्फ्लुएंजा की पुष्टि पंचकूला जिले के गांव खेड़ी स्थित सिद्घार्थ पोल्ट्री फार्म और गांव गनौली स्थित नेचर पोल्ट्री फाॅर्म, डंडलावर में हुई है। इसलिए इनके एक किलोमीटर तक के क्षेत्र को संक्रमित जोन और एक से 10 किलोमीटर के क्षेत्र को सर्विलांस जोन घोषित किया है। इस क्षेत्र से मुर्गियां, अंडे आदि दूसरे क्षेत्र में भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। दलाल ने कहा कि उक्त पोल्ट्री-फाॅर्मों में कार्य करने वाले कर्मचारियों व मालिकों के स्वास्थ्य की भी जांच कराई जाएगी। बरवाला के अलावा जींद, सफीदों आदि क्षेत्रों, जहां पर पोल्ट्री फाॅर्म ज्यादा हैं वहां पर भी विभाग द्वारा नजर रखी जा रही है। पंजाब ने भी पोल्ट्री उत्पादों पर 15 जनवरी तक रोक लगा दी है।