उन्होंने कहा कि किसान रैली में हुआ झगड़ा दुर्भाग्यपूर्ण लेकिन भाजपा और कांग्रेस के ही कुछ नेताओं की साजिश है। दलाल चंडीगढ़ में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा कांग्रेस के हालात से पहले भी पार्टी हाईकमान को कई बार अवगत करवाया जा चुका है। दरअसल, कांग्रेस के कुछ नेता भाजपा के हाथों में खेल रहे हैं। उन्हें चाहिए कि वे कांग्रेस की आपसी लड़ाई को दूसरों के हाथों में न दें। इससे न केवल पार्टी का बल्कि उनका अपना नुकसान भी होगा। दलाल ने बताया कि पार्टी हाईकमान ने हालांकि इस मामले की जांच पूर्व केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे को दी है। जांच के बाद क्लिनिकल ऑपरेशन से समस्या का समाधान किया जाना चाहिए।
क्लिनिकल ऑपरेशन से उनके बयान का मतलब पूछे जाने पर दलाल ने कहा कि इसमें सर्जरी करके शरीर के अंदर की गंदगी निकाली जाती है। जरूरत के मुताबिक कुछ अंग ही निकाल दिए जाते हैं, जबकि कुछ अंग बदले भी जाते हैं। उल्लेखनीय है कि दलाल समेत पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक हरियाणा कांग्रेस में लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग उठाते आ रहे हैं। मौजूदा प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर के खिलाफ ये विधायक कई बार पार्टी हाईकमान से मिल भी चुके हैं।