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हेमंत ने रथ यात्रा को कहा ना, इरफान ने कहा- खोलिये बाबाधाम व दूसरे धार्मिक स्‍थल

घटते कोरोना संक्रमण के बीच प्रदेश में बाजार, दफ्तर आदि खुल गये हैं। आम जनजीवन बहुत हद तक पटरी पर लौट आया...
हेमंत ने रथ यात्रा को कहा ना, इरफान ने कहा- खोलिये बाबाधाम व दूसरे धार्मिक स्‍थल

घटते कोरोना संक्रमण के बीच प्रदेश में बाजार, दफ्तर आदि खुल गये हैं। आम जनजीवन बहुत हद तक पटरी पर लौट आया है मगर अभी भी धार्मिक स्‍थलों की रौनक नहीं लौटी है। धार्मिक स्‍थल खोलने की अनुमति तो है मगर श्रद्धालुओं के लिए नहीं। तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए राज्‍य सरकार फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। रथ यात्रा की अनुमति के लिए हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई थी मगर अदालत ने इसे राज्‍य सरकार के विवेक पर छोड़ दिया। रथ यात्रा के ठीक एक दिन पहले देर शाम मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्‍पष्‍ट कर दिया कि इस बार भी रथ यात्रा की अनुमति नहीं होगी, लोग घर पर ही भगवान जगन्‍नाथ की आराधना करें। राजधानी रांची में बड़े व्‍यापक रूप से भगवान जगन्‍नाथ की आराधना की जाती है, रथ यात्रा निकाली जाती है। बड़ा मेला लगता है। इसकी व्‍यापकता को देखते हुए सरकारी आवकाश रहता है। कोरोना की चिंता को ध्‍यान में रखते हुए मुख्‍यमंत्री ने रथ यात्रा की अनुमति नहीं दी है।

दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस अध्‍यक्ष डॉ इरफान अंसारी ने सरकार से आग्रह किया है कि देश में ख्‍यात बाबाधाम कांवड़ यात्रा की अनुमति दी जाये। कोविड नियमों के अधीन श्रद्धालुओं के लिए बाबाधाम सहित अन्‍य धार्मिक स्‍थल भी खोले जायें। देवधर का बैद्यनाथ धाम और कांवड़ यात्रा देश में ख्‍यात है। सावन में करीब 50 लाख लोग यहां जलाभिषेक को आते हैं। बिहार के सुल्‍तानगंज से जल उठाकर 105 किलोमीटर की पैदल यात्रा के बाद देवघर बैद्यनाथ धाम मंदिर में जलाभिषेक करते हैं। एक माह पहले से ही मेला, पड़ाव आदि की तैयारी शुरू हो जाती है। 25 जुलाई से सावन शुरू है यह 22 अगस्‍त तक चलेगा। देवघर और सटे हुए जिले की बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था इससे प्रभावित होती है।

इस एक माह के दौरान कोई एक सौ करोड़ का कारोबार होता है। जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि वे समय समय पर सिर नवाने, आशीष लेने देवघर मंदिर जाते हैं। कोरोना के प्रतिबंध के कारण लोगों के न आने की वजह से पंडा समाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है। पूजा अर्चना के माध्‍यम से ही इनका भरण पोषण होता है। मुख्‍यमंत्री से उन्‍होंने आग्रह किया है कि जल्‍द से जल्‍द बाबा धाम सहित सभी धार्मिक स्‍थल खोले जायें। हाल ही धर्म रक्षणी सभा के शिष्‍टमंडल ने भी मुख्‍यमंत्री से मुलाकात कर जल्‍द बाबाधाम मंदिर खोलने और प्रभावित लोगों को राहत पैकेज देने का आग्रह किया था। इसके पूर्व गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने बाबाधाम को खोलने और कांवड़ यात्रा की अनुमति का आग्रह किया था। कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय सिंह भी कोविड के गाइड लाइन के तहत धार्मिक स्‍थालों को श्रद्धालुओं के लिए खोलने का आग्रह कर चुकी हैं।

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