हिमाचल पुलिस ने अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शिमला के ऐतिहासिक रिज मैदान पर पुलिस में महिलाओं के पिछले 50 साल में योगदान और उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया । जिसमें महिलाओं ने परेड से लेकर बाइक स्टंट व कराटे जैसे करतब दिखाए। हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तरेया मुख्य अतिथि थे
डीपीजी संजय कुंडू ने कहा कि भले ही महिलाएं पुलिस में 2300 से ज्यादा है और दिन रात ड्यूटी देती है। लेकिन इनकी समस्याएं जटिल है।
पुलिस महिला कर्मियों के लिए ड्यूटी वाले स्थान पर खास कर जब ट्रैफिक ड्यूटी दे रही होती है तो उनको टॉयलेट तक रोकना पड़ता है क्योंकिंस जगह टॉयलेट तक नही है। जिसके डर से महिला पुलिस कर्मी पानी तक नही पीती है। इतना है नही पुलिस महकमे में क्रेच तक का प्रावधान नही है। इसलिए महिला कर्मियों को अपने बच्चों को घर पर बन्द करके ड्यूटी पर आना पड़ता है। विपरीत परिस्थितियों में पुलिस की माहिलाएँ काम करती है जिनके लिए अभी सरकारों को बहुत काम करना पड़ेगा।
समारोह में महिला पुलिस कर्मियों की परेड के इलावा की तरह के स्टंट्स भी किए जिसमें बाइक पर सवार होकर महिला पुलिस कर्मियों ने अलग अलग फॉमेशनस से दर्शकों का मन जीता।