उत्तर प्रदेश विशेष कार्यबल (एसटीएफ) ने गुरूवार को झांसी में माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और उसके एक साथी गुलाम को मुठभेड़ में मार गिराया। एनकाउंटर में मारे जाने के बाद असद अहमद के सहयोगी गुलाम की मां ने उसकी डेड बॉडी लेने से इनकार कर दिया है। माफिया अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके साथी गुलाम की गुरुवार को झांसी में एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई। गुलाम की मां खुशनुदा ने इस कार्रवाई को जायज ठहराया और कहा कि सभी गैंगस्टर और अपराधी इससे सबक लेंगे। उन्होंने इस बात पर हैरानी और अनभिज्ञता जाहिर की कि उनका बेटा माफिया अतीक के लिए काम करता था।
गुलाम की मां ने कहा, "सरकार द्वार की गई कार्यवाही बिल्कुल सही है, सभी गैंगस्टर और अपराधी इससे सबक लेंगे।" खुशनुदा ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता था कि वह गैंगस्टर अतीक अहमद के लिए काम करता था। वह बहुत अच्छा लड़का था। दो-तीन महीने से कौन इसको बहकाया और कौन ले गया पता नहीं। कोई न कोई इसे बहका ले गया। खुशनुदा ने कहा कि मैं उसका शव नहीं लूंगी। हो सकता है कि उनकी पत्नी उसे ले आएं, हम उसे रोक नहीं सकते। वह हमसे अलग है।
#WATCH | Prayagraj, UP: "The action taken by the government is absolutely correct. All gangsters and criminals will take a lesson from this. I had no idea that he (my son) used to work for gangster Atiq Ahmed. I will not receive his body, maybe his wife will receive it," says… pic.twitter.com/9oqwnwYd2i
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 14, 2023
बता दें कि असद और उसके साथी गुलाम, दोनों प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित थे जिनपर पांच-पांच लाख रुपये के इनाम रखे गए थे। असद और उसके सहयोगी जब एसटीएफ ने एनकाउंटर किया, उस वक्त अतीक अहमद प्रयागराज के अदालत में पेश हुए थे। जब बेटे के एनकाउंटर की खबर मिली तो वह रोने लगा।
गुलाम की मां ने कहा कि मैंने उसे स्कूल से पेंसिल तक उठाकर लाना नही सिखाया था, लेकिन वह अपराध के रास्ते पर चला गया। उसका परिणाम आज उन्हें भुगतना पड़ रहा है। उमेश पाल की हत्या में शामिल शूटर गुलाम की मां ने कहा, 'दुख की बात है कि बेटा चला गया, लेकिन गलत काम का नतीजा गलत होगा। उसने गलत किया है, इसलिए हम उसका शव नहीं लेंगे। वहीं, गुलाम का भाई राहिल भी मां की बातों से सहमत है।
राहिल ने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि हम शव लेने नहीं जाएंगे।हम अब भी अपनी बात पर कायम हैं। हमारा परिवार सेटल हो गया था और हर कोई अपना काम कर रहा था। इसके बाद भी उसने ऐसा क्यों किया, यह समझ से परे है। उन्होंने कहा कि हम शव नहीं लेंगे। राहिल ने कहा कि गुलाम की बीवी और दो बेटियां हैं, लेकिन उसने किसी के बारे में नहीं सोचा। गुलाम की मां ने कहा कि यह लड़का हमें सड़क पर ले आया। हमारे घर में सेंध लगाई गई है। आज हम सड़क पर हैं और कहीं किराए पर भी नहीं रह सकते।
असद और गुलाम के मारे जाने के बाद उनके शवों का महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम किया गया। जानकारी के मुताबिक, असद को दो जगह, गर्दन और सिर में गोली लगी थी। करीब पौने तीन घंटे पोस्टमार्टम चला। पोस्टमार्टम की बकायदा वीडियोग्राफी भी कराई गई। जानकारी के मुताबिक, असद के शव को प्रयागराज के कब्रिस्तान में दफनाया जाएगा।