कोरोना के दौर में जब बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम करने वालों की नौकरी पर खतरे मंडरा रहे हैं ऐसे में झारखण्ड में फिर अंगूठा छाप लोगों को 12 लाख रुपये के पैकेज का ऑफर मिल रहा है। इस बार नौकरी का ऑफर माओवादियों ने दिया है। बस उनके दस्ते में शामिल हो जायें, एक लाख रुपये मासिक मिलेगा। पिछले साल के अंत में इसी तरह के मामले को लेकर झारखण्ड का साहिबगंज चर्चा में आया था। उस समय पकड़े गये मोबाइल चोर गिरोह में शामिल होने के लिए पांच से दस लाख रुपये मासिक का ऑफर मिला था। कम उम्र के बच्चों के लिए यह ऑफर था। अभिभावकों को इसके लिए तीन साल का एग्रीमेंट करना था। मोबाइल चोरों का एक गिरोह पकड़ा गया था तब पुलिस के सामने यह राज खुला था।
अब नक्सली संगठन से जुड़ने के लिए एक लाख रुपये मासिक का ऑफर दिया जा रहा है। विधिवत फेसबुक पर सुभाष राज नाम के व्यक्ति ने यह ऑफर निकाला है। लिखा है कि जो भी लड़की या लड़का संगठन में शामिल होना चाहता है संपर्क करें, एक लाख रुपये महीना कमाएं। पलामू जिला के सब जोनल कमांडर सुभाष ने सुभाष राज नामक फेसबुक आइडी से पोस्ट कर युवाओं को संगठन से जुड़ने का आमंत्रण दिया है। संपर्क के लिए फोन नंबर जारी किया है। सुबास जी सब जोनल कमांडर पलामू। रांची के चर्चित न्यूज पोर्टल ने खबर जारी करते हुए लिखा है कि वह इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता। इसके अतिरिक्त लाल सलाम जिंदाबाद, पुलिस वालों मुर्दाबाद, झारखण्ड के सीएम मुर्दाबाद जैसे स्लोगन लिखा है। साथ ही भाकपा माओवादी केंद्रीय कमेटी का प्रेस रिलीज जारी कर 26 अप्रैल को भारत बंद सफल बनाने की अपील की है।
माओवादियों ने लिखा है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार के नेतृत्व में पांच राज्यों के पुलिस अधिकारियों की पिछले साल अक्टूबर में बैठक हुई थी जिसमें जून 2021 तक निर्णायक अभियान चलाने का निर्णय लिया गया था। नक्सल आंदोलन को कुचलने के लिए सुरक्षा बलों को भेजा जा रहा है। छत्तीसगढ़ के दंडकारण्य में ड्रोन और हेलीकॉप्टर से साजो सामान भेजे जा रहे हैं। इसी के विरोध में 26 अप्रैल को भारत बंद का कॉल दिया गया है।