राजस्थान में पुलिस की दबंगई सामने आई है। राज्य के भरतपुर में पुलिसकर्मियों ने दो मासूम बच्चों कि उस समय लात घूसों से सड़क पर पिटाई कर डाली। बच्चों का कसूर केवल इतना था कि वह पुलिसकर्मियों की गाड़ी के हॉर्न की आवाज नहीं सुन सके थे। तभी पुलिसकर्मी अपनी गाड़ी में से उतरे और दोनों बच्चों की सड़क पर पटक कर लात घूसों से पिटाई शुरू कर दी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाद में स्थानीय लोगों ने बीच-बचाव किया तब जाकर पुलिसकर्मी उन बच्चों को घायल हालत में सड़क पर छोड़ कर फरार हो गए। पुलिस कर्मियों की मारपीट में घायल नाबालिग सागर सैनी का अस्पताल में इलाज चल रहा है, जो वेंटिलेटर पर है और उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
एबीपी की खबर के मुताबिक, बच्चे की मां सावित्री ने एसपी श्याम सिंह से शिकायत करते हुए बताया कि उसका बेटा 14 साल का सागर सैनी जो कि 10वीं क्लास में पढ़ता है। कल वह क्रिकेट खेलने के लिए कंपनी बाग ग्राउंड में गया था। शाम करीब 5 बजे वह क्रिकेट खेलकर लौट रहा था। सागर के साथ उसका दोस्त राहुल सैनी भी था। दोनों बच्चे आरबीएम अस्पताल के पास रोड क्रॉस करने के लिए खड़े थे, तभी पीछे से एक लाल रंग की गाड़ी आई और उसने दोनों बच्चों को हटाने के लिए हॉर्न बजाया। दोनों बच्चों ने हॉर्न नहीं सुना, जिस पर दोनों पुलिसकर्मियों ने बच्चों की बुरी तरह लात घूंसों से पिटाई कर दी।
इस घटना के बाद बच्चे की मां एसपी ऑफिस पहुंची और उसने एसपी से दोनों पुलिसकर्मियों की शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है। सागर की मां एसपी से मिली और उसने बताया कि बच्चों से मारपीट करने वाला एक मथुरा गेट थाने का कांस्टेबल है, जिसका नाम सतीश शर्मा है और दूसरे कांस्टेबल का पता नहीं है। सागर ने अपनी मां को बताया कि जिस कार में पुलिसकर्मी बैठे थे, उसमें कुछ कैदी भी थे, जिन्हें हथकड़ियां लगी हुई थीं।
बता दें कि मामला 1 फरवरी का बताया जा रहा है। मथुरा गेट थाना इलाके में सूरजपोल चौराहा पर पुलिसकर्मियों ने क्रिकेट खेलकर घर लौट रहे दो मासूम बच्चों पर जानलेवा हमला कर दिया। दोनों बच्चे कंपनी बाग में क्रिकेट खेल कर लौट रहे थे। इसी दौरान मथुरा गेट थाना के कुछ पुलिसकर्मी कैदियों का जिला अस्पताल में मेडिकल कराकर थाने की ओर जा रहे थे।