कर्नाटक के पूर्व उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वर के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। इस छापेमारी में विभाग को कई अहम दस्तावेज भी मिले हैं। छापेमारी के लिए पूर्व डिप्टी सीएम के लगभग 30 ठिकानों को शामिल किया गया है। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग ने उनसे संबंधित ट्रस्ट द्वारा संचालित मेडिकल कॉलेज में कुछ अनियमितताएं पाई हैं।
वहीं, छापेमारी को लेकर जी परमेश्वर ने कहा है कि मुझे छापेमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मुझे नहीं पता वे लोग कहां इन छापेमारियों को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें छानबीन कर लेने दीजिए, मुझे इस पर कोई आपत्ति नहीं है। अगर हमारी तरफ से कोई गलती है तो हम इसे सुधारेंगे।
आयकर विभाग का दावा
आयकर विभाग ने छोपेमारी आज सुबह 6.30 बजे शुरू की है। कांग्रेस के राजनीतिज्ञ और कर्नाटक विधान परिषद के पूर्व सदस्य आरएल जालप्पा की संपत्तियों पर भी आयकर विभाग के द्वारा छापेमारी की गई है। आरएल जालप्पा सांसद के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
बता दें कि आरएल जालप्पा पूर्व डिप्टी सीएम जी परमेश्वर को करीबी सहयोगी हैं। आयकर विभाग ने दावा किया कि परमेश्वर के खिलाफ कई आरोप लगाए गए थे कि उन्होंने अपने पद का इस्तेमाल अपने 'व्यक्तिगत लाभ' के लिए किया था।
सिद्धारमैया ने छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता सिद्धारमैया ने छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘परमेश्वर और आरएल जलप्पा और अन्य पर की गई छापेमारी राजनीति से प्रेरित और दुर्भावनापूर्ण हैं। वे केवल कर्नाटक के नेताओं को निशाना बना रहे हैं जैसा कि वह नीति और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर असफल हो चुके हैं। हम ऐसे किसी चाल से पीछे हटने वाले नहीं हैं’।