राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल प्रत्येक दशा में भारतीय जनता पार्टी को हराने के लिए महागठबंधन का पक्षधर है, लेकिन अभी यह कहना कठिन है कि यह महागठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर बनेगा या प्रत्येक राज्य में अलग-अलग समान विचाराधारा के दलों के साथ बनेगा। किसान मजदूर और नौजवान विरोधी भाजपा को प्रत्येक दशा में शिकस्त दी जाएगी।
यह बातें उन्होंने उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को पार्टी कार्यालय पर पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि पिछले साल 30 अप्रैल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया जिले में एक सार्वजनिक वक्तव्य में प्रदेश की सभी सड़कों को 15 जून 2017 तक गड्ढा मुक्त करने का ऐलान किया था। अब सितम्बर 2018 भी समाप्त हो गया है। इस प्रकार लगभग 15 महीने का समय पूर्व घोषित तिथि से अधिक हो गया है, लेकिन सुधार नजर नहीं आ रहा है परिणामस्वरूप स्थिति बद से बदतर हो गयी है। देश में प्राप्त आकडों के अनुसार वर्ष 2017 में सडक की बदतर स्थिति (गड्ढायुक्त सड़क) के परिणामस्वरूप 3597 लोग काल के गाल में समा गये हैं। जिसमें यूपी में ऐसे लोगों की संख्या 987 है जो कि भारत में सबसे अधिक है। वास्तविकता यह है कि आतंकवादी घटनाओं में 803 लोगों की मौत हुई, जबकि केवल यूपी में बदतर सड़कों के कार 987 लोगों की मौत हुई।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार का दावा है, प्रदेश की समस्त सड़कें गड्ढा मुक्त हो चुकी हैं। वास्तविक स्थिति इसके विपरीत है। ग्रामीण क्षेत्र की सड़क ही नहीं, राजमार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग तक क्षतिग्रस्त अवस्था में है।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकदल द्वारा सरकार के इस झूठ को उजागर करने और जनता को क्षतिग्रस्त मार्गों से छुटकारा दिलाने के लिए आज लखनऊ में ‘सेल्फी विद गड्ढा’ अभियान की शुरूआत की जा रही है। साथ ही उन्होंने प्रदेश की आम जनता से अनुरोध करते हुए कहा कि जहां भी सड़क क्षतिग्रस्त (गड्ढायुक्त) नजर आए, उस क्षतिग्रस्त सडक के साथ अपनी सेल्फी लेकर व्हाट्सऐप नंबर 9319676173 या ई मेल [email protected] पर अपना नाम, पता, सड़क का नाम, जनपद लिखकर पोस्ट करें। साथ ही हैशटैग #SelfieWithxïk और ट्विटर हैंडल @SwGaddha पर हमें टैग करें। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद अहमद, राष्ट्रीय महासचिव वंशनारायन सिंह पटेल, राष्ट्रीय सचिव शिवकरन सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे एवं प्रदेश प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।