स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल जयपुर में बेटियों का हौसला बढ़ाने और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए एक सार्थक व सकारात्मक शुरुआत की गई है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में उत्तर पश्चिम रेलवे ने जयपुर मंडल के गांधीनगर स्टेशन को पूरी तरीके से महिला संचालित स्टेशन बनाया है।
जयपुर-दिल्ली रेलमार्ग पर स्थित जयपुर का यह एक महत्वपूर्ण स्टेशन है, जहां से रोजाना लगभग 50 रेलगाड़ियां गुजरती हैं, जिनमें से 25 रेलगाड़ियां यहां रूकती हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी तरूण जैन ने बताया कि लगभग सात हजार यात्री रोजाना गांधीनगर स्टेशन से यात्रा करते हैं। इस स्टेशन पर स्टेशन मास्टर से लेकर पांइन्ट्स मैन तक 32 महिला कर्मचारी को नियुक्त किया गया है।
जैन ने बताया कि गांधीनगर स्टेशन के आसपास कई कॉलेज और कोचिंग सेंटर होने के कारण यहां आने वाले यात्रियों में बड़ी संख्या में छात्र और महिलाएं हैं। महिला कर्मचारियों को पूर्ण आत्मविश्वास से कार्य करने के लिए खास प्रशिक्षण दिया गया है। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है, जिससे स्टेशन स्थित थाने में रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सके।
GandhiNagar Jaipur #Rajasthan becomes country’s first all #Women non suburban railway Station. Operation, commercial, RPF and other activities are done 24X7 by women staffs.
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) February 19, 2018
Government of Rajasthan has also supported by posting GRP and lady traffic police officials at this Stn. pic.twitter.com/oS0KwfheyW
शहर का गांधीनगर रेलवे स्टेशन अब देश का दूसरा व राजस्थान का पहला ऑल-वुमन रेलवे स्टेशन बन गया है। अब इस स्टेशन पर सुपरिटेंडेट से लेकर खलासी (प्वाइंट्समैन) तक और आरपीएफ इंस्पेक्टर से टिकट चैकिंग स्टाफ तक सब महिलाएं ही महिलाएं हैं। यहां महिला रेलकर्मियों की नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
बताया जा रहा है कि अब इस स्टेशन का नाम ‘लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में भी भेजा जा सकता है। रेलवे स्टेशन पर 40 महिला कर्मचारी तैनात होंगी। ये सभी 8-8 घंटे की तीन शिफ्टों में काम करेंगी। नीलम जाटव गांधीनगर रेलवे स्टेशन की पहली महिला स्टेशन सुपरिंटेंडेंट (एसएस) बनी हैं।