जम्मू-कश्मीर के पुंछ ज़िले में नियंत्रण रेखा (LoC) पर मंगलवार देर रात पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की गई। यह लगभग 7-8 वर्षों के अंतराल के बाद संघर्षविराम उल्लंघन की बड़ी घटना मानी जा रही है। पाकिस्तान की तरफ से छोटे हथियारों से फायरिंग की गई, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
घटना के बाद सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। आसपास के गांवों में अतिरिक्त निगरानी की जा रही है। स्थानीय इलाकों में हलचल बढ़ी है और लोग सतर्कता बरत रहे हैं। कुछ इलाकों में रात्रि गश्त भी तेज कर दी गई है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बीते कुछ वर्षों से सीमाओं पर शांति बनी हुई थी, जिससे सामान्य जनजीवन काफी हद तक स्थिर हो गया था। लेकिन इस गोलीबारी के बाद फिर से डर और अनिश्चितता का माहौल है। लोग अब रात में अलर्ट होकर रह रहे हैं और कई परिवारों ने एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है।
फरवरी 2021 में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम समझौते के दोबारा पालन पर सहमति बनी थी, जिसके बाद से सीमाओं पर शांति थी। लेकिन इस घटना ने उस भरोसे को एक बार फिर चुनौती दी है। सुरक्षा एजेंसियां अब आगे किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
मंगलवार को जारी एक बयान में भारतीय सेना ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने जम्मू क्षेत्र के नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों में भारतीय ठिकानों को निशाना बनाया। बाद में अपडेट ने पुष्टि की कि बारामुल्ला और कुपवाड़ा जिलों में और साथ ही परगवाल सेक्टर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पार भी इसी तरह के संघर्ष विराम उल्लंघन दर्ज किए गए।
सेना ने कहा, "29-30 अप्रैल की रात को पाकिस्तानी सेना की चौकियों ने नियंत्रण रेखा के पार नौशेरा, सुंदरबनी और अखनूर सेक्टरों में बिना उकसावे के छोटे हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी। भारतीय सेना के जवानों ने तेजी से और उचित जवाब दिया।"
इसके अलावा, पाकिस्तान ने उत्तरी कश्मीर के बारामुल्ला और कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा के पार और भी जगहों पर गोलीबारी की, साथ ही अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास परगवाल सेक्टर में भी गोलीबारी की। भारतीय सेना ने कहा कि उसके सैनिकों ने ऐसे सभी उल्लंघनों का उचित तरीके से जवाब दिया।