झारखंड के गुमला जिला में फिर एक महिला अंधविश्वाहस की भेंट चढ़ गई। आदिवासी बहुल गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के दिरगांव में 60 वर्षीय सनियारो की कुल्हागड़ी से हमलाकर हत्याे कर दी गई। चेहरे पर कुल्हााड़ी से हमले के कई निशान हैं। गांव के ही लोगों ने घटना को अंजाम दिया है। दस दिन पहले गांव के ही शिवनारायण बड़ाईक की मौत हो गई थी। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। सनियारो के पुत्र ने शिवनारायण के पुत्रों पर डायन बिसाही के शक में हत्या की आशंका जाहिर करते हुए मामला दर्ज कराया है।
झारखंड में डायन बिसाही के आरोप में हत्याह की घटनाएं होती रहती हैं। एनसीआरबी की पांच साला रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014 से 19 के बीच देश में डायन बिसाही के नाम पर 656 लोगों की हत्यार हुई। इसी पांच साल की अवधि में झारखंड में सर्वाधिक 217 लोगों की इसी नाम पर हत्याि की गई।
अंधविश्वाझस की शिकार सनियारो अपने घर में बेटे के साथ रहती थी। रविवार देर शाम जिस समय यह घटना घटी बेटा बालेश्वर मोबाइल चार्ज कराने बगल में गया था और सनियारो घर में अकेली थी। लौटा तो जमीन पर लहुलुहान मां की लाश पड़ी थी। बालेश्वइर ने हत्याे का इल्जायम गांव के ही राजेंद्र और सुरेंद्र बड़ाईक पर लगाया है। दोनों सगे भाई हैं। दस दिन पहले इनके ही लंबे समय से बीमार चल रहे पिता शिवनारायण बड़ाईक की मौत हो गई थी। तीन माह पूर्व दोनों भाइयों ने सनियारो को डायन बता मारने की धमकी दी थी। बालेश्वकर नें दोनों भाइयों के खिलाफ हत्याू का मामला दर्ज कराया है।
झारखंडः फिर एक महिला की डायन के नाम पर हत्या, राज्य में सबसे ज्यादा ऐसे मामले
झारखंड के गुमला जिला में फिर एक महिला अंधविश्वाहस की भेंट चढ़ गई। आदिवासी बहुल गुमला जिले के घाघरा...
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