रांची। चीन में कोरोना से कोहराम तथा जापान, अमेरिका, कोरिया, ब्राजील में मंडराते खतरे को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सतर्कता निर्देश के बाद झारखंड सरकार भी अलर्ट मोड में हैं। पिछले 19 दिनों से झारखंड में कोरोना के नये मरीज नहीं मिले हैं। बुधवार को भी प्रदेश में करीब 14 हजार नमूनों की जांच हुई मगर एक भी पॉजिटिव केस नहीं मिला। सिर्फ जमशेदपुर के शास्त्री नगर पदमा में एक संदिग्ध मरीज मिला है।
इसके बावजूद दुनिया के देशों में तेजी से पैर पसारते कोरोना को देखते हुए झारखंड के स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार ने सभी जिले के उपायुक्त को पत्र भेजकर कोरोना को लेकर सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा है कि दुनिया के देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए झारखंड को अलर्ट किया गया है। जल्द ही इस मसले पर उच्चस्तरीय बैठक कर समीक्षा की जायेगी। वहीं स्वास्थ्य सचिव ने उपायुक्तों को भेजे पत्र में कोरोना के सभी पॉजिटिव नमूनों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराने का निर्देश दिया है। जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए नमूनों को रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रांची) भेजने का निर्देश दिया गया है।
उपायुक्तों को भेजे पत्र में उन्होंने इसी साल जून में केंद्र सरकार द्वारा भेजे गये दिशा निर्देश का पालन करने को भी कहा है जिसमें संक्रमण से बचाव को लेकर एहतियाती कदम के संबंध में निर्देश दिये गये थे। फाइव फोल्ड स्ट्रेटजी का पालन करते हुए कोरोना की जांच तथा टीकाकरण की रफ्तार बढ़ाने का निर्देश दिया है। इसी साल जुलाई में रांची के रिम्स में जिनोम सिक्वेंसिंग मशीन लगाई गई है जिससे कोरोना के नये वेरिएंट की जांच आसान हो गई है। इसके पहले तक जांच के लिए नमूनों को भुवनेश्वर भेजा जाता था जिसमें 20-25 दिन तक लग जाते थे।