झारखण्ड में कोरोना के बढ़ते मामलों ने होली के रंग में भंग डाल दिया है। रांची में संक्रमण के मामले ज्यादा ही तेजी से बढ़ रहे हैं। शनिवार को 9036 मामलों की जांच में 340 नये संक्रमित पाये गये। उनमें सिर्फ रांची से 187 पाये गये।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए पूरे प्रदेश में होली, सरहुल, शब-ए-बरात, नवरात्र, रामनवमी, ईस्टर के सार्वजनिक आयोजन पर रोक लगा दी गई है। लोगों से घरों में ही होली और अन्य पर्व मनाने की अपील की गई है। सरहुल और रामनवमी के जुलूस भी नहीं निकलेंगे। होली के मौके पर विभिन्न व्यावसायिक, राजनीतिक, जातीय, सामाजिक सांस्कृति संगठनों द्वारा होली मिलन का आयोजन किया जाता रहा है। वहीं रांची, हजारीबाग, गिरिडीह में रामनवमी का झंडा विशेष रूप से निकला जाता है, भीड़ और तनाव का आलम यह होता है कि प्रशासन के लिए उसे सुरक्षित निकाल ले जाना चुनौती रहता है।
28 मार्च को हालिका दहन और शब-ए-बरात है। 29 को होली है। इसे देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने पूरे प्रदेश में अलर्ट का आदेश जारी करते हुए विस्तृत दिशा निर्देश जारी किया है। कहा गया है कि ऐसे दृष्टांत आते रहे हैं जब असामाजिक तत्व त्योहार की आड़ में माहौल बिगाड़ने के लिए अप्रिय घटना को अंजाम देते रहे हैं। रांची में विधि-व्ययवस्था बनाये रखने के लिए दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। होली मिलन समारोह, रैली, जुलूस, डीजे, तेज आवाज वाले माइक के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। एक हजार अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है और रांची के सभी थाना क्षेत्र में विधि व्यवस्था बनाये रखने के लिए फ्लैग मार्च किया गया है।