रांची। साइबर अपराराध के लिए देश में बदनाम झारखंड के जामताड़ा जिले में पांच साल (चार साल ग्यारह माह) की आनवी दौड़ी तो 18 किलोमीटर तक एक सांस में दौड़ती चली गई। करमाटांड जो साइबर ठगों का गढ़ है जहां आये दिन देश के विभिन्न हिस्सों की पुलिस पहुंचती रहती है, वहीं उसका घर है। वहां से आनवी ने दौड़ शुरू की तो जामताड़ा पहुंचकर ही सांस लिया। खुशी की बात यह है कि आनवी किसी अपराधी या पुलिस के डर से नहीं भागी। मैराथन में एक प्रतिभागी के रूप में उसने हिस्सा लिया था।
10 किलोमीटर की दूरी उसने 50.54 मिनट में पूरा कर लिया। बस दौड़ पूरी होने के बाद उसके हौसले को देख लोगों ने गोद में उठा लिया। मैराथन का आयोजन जिला एथलेटिक संघ ने किया था। हालांकि उसकी कम उम्र को देखते हुए प्रारंभ में आयोजक उसे अनुमति नहीं दे रहे थे मगर उसकी जिद के आगे सहमति देनी पड़ी। प्रतियोगिता में 105 प्रतिभागी शामिल हुए थे।
मिल गया नया नाम
आनवी ने प्रतिभा दिखाया तो उसका नाम भी बदल गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद जामताड़ा के डीडीसी भी उसकी प्रतिभा से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके। उसे प्रेरणा नया नाम देते हुए कहा कि इसका नाम तो प्रेरणा होना चाहिए। यह दूसरों के लिए प्रेरणा है।