साहिबगंज महिला थाना की प्रभारी रूपा तिर्की की संदेहासपद मौत पर राजनीति गरमा रही है। विभिन्न सामाजिक संगठनों और विरोधी दलों के साथ साथ सत्तापक्ष के लोग भी इसे आत्महत्या के बदले हत्या मानकर सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं। सरकार की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के विधायक बंधु तिर्की, दीपिका पांडेय के बाद झामुमो के बोरियो ( साहिबगंज जिला) से विधायक, पूर्व मंत्री लोबिन हेम्ब्रम ने साजिशन हत्या की आशंका जाहिर करते हुए सीबीआइ से जांच की मांग की है। उन्होंने कहा है कि सीबीआइ जांच नहीं होती है तो आमरण अनशन पर बैठने पर मजबूर होना पड़ सकता है।
इधर, इस मुद्दे पर पहले से आक्रामक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश पार्टी के शिष्टमंडल के साथ शनिवार को रूपा तिर्की के रांची के रातू स्थिति आवास पर पहुंचकर परिजनों से मिले। परिजनों ने उन्हें बताया कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि निर्मम तरीके से हत्या की गई है। परिवार वालों ने पंकज मिश्रा को नामजद बनाया था मगर पुलिस साहिबगंज पुलिस ने यूडी केस दर्ज कर आत्महत्या का नाम दे दिया।
भाजपा अध्यक्ष, सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि पुलिस मामले की लीपापोती की कोशिश कर रही है। राज्य सरकार एक बड़े व्यक्ति को बचाने के लिए घटना को ठंडे बस्ते में डाल रही है। हालांकि उन्होंने उस व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं किया। कहा, जो भी दोषी हो भाजपा उसे सजा दिलाकर रहेगी। सीबीआइ से इसकी जांच की मांग को लेकर भाजपा कोविड प्रोटोकॉल के तहत आंदोलन करेगी। रविवार तक भाजपा के सभी सांसद, विधायक राज्यपाल को मेल भेजकर घटना की सीबीआइ से जांच की मांग करेंगे। प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, प्रदीप वार्मा, अशोक बड़ाईक, आरती कुजूर आदि शामिल थे। दूसरी तरु मानव श्रृंखला निर्माण से लेकर विरोध प्रदर्शन का सिलसिला शुरू हो गया है। शुक्रवार को केंद्रीय सरना समिति ने रांची में मानव श्रृंखला का निर्माण किया तो भाजपा महिला मोर्चा ने राज्यभर में प्रदर्शन किया।
रांची के रातू की रहने वाली रूपा तिर्की साहिबगंज में महिला थाना प्रभारी के रूप में तैनात थी। सोमवार को सरकारी आवास पर पंखे से टंगा उसका शव मिला था। सोशल मीडिया में वायरल तस्वीर में उसका घुटना बेड को छू रहा है। बताया जा रहा है कि उसके गले पर दो निशान हैं। मुंह से झाग निकल रहा था और अधूरे कपड़ों में वह दिख रही थी। इन्हीं सब स्थितियों को लेकर सवाल उठ रहा है, लोगों को शक हो रहा है कि मामला आत्महत्या नहीं हत्या का है।