रांची। भाजपा नेत्री नुपुर शर्मा के विवादित बयान के विरोध में मुस्लिमों के रांची में उग्र विरोध प्रदर्शन के बाद राजधानी रांची का माहौल बिगड़ने के बाद रांची शहरी इलाके में निषेधाज्ञा लगा दिया गया है। हालात पर नियंत्रण के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी, लाठी चार्ज करना पड़ा। जिसमें अनेक पुलिस और प्रदर्शनकारियों के घायल हो गये। पत्रकारों के भी चोटिल होने की सूचना है। कुछ लोगों को गोली लगने की खबर है। पथराव में रांची एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा व कुछ अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गये। सुरेंद्र झा को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बिगड़ते हालात पर नियंत्रण के लिए डीसी के आदेश पर पहले मेन रोड में निषेधाज्ञा लगाया गया फिर मेन रोड के पांच सौ मीटर के दायरे वाले इलाके में निषेधाज्ञा लागू किया गया। पुलिस-प्रशासन के वाहने से लोगों को घरों में रहने दुकानों को बंद करने का एलान किया जाता रहा। मेन रोड पर कई दुकानों और मकानों और वाहनों में भी तोड़फोड़ हुई। घटना के बाद मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पुलिस महानिदेशक से जानकारी ली और स्थिति पर नियंत्रण का निर्देश दिया।
पुलिस प्रशासन को इस तरह की घटना की आशंका नहीं थी। शुरु में शांतिपूर्ण तरीके से लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। नुपुर शर्मा का पुतला जलाया और काले झंडे फहराये। अचानक देखते ही देखते भीड़ उग्र हो गई। पथराव और तोड़फोड़ शुरू हो गया तो पुलिस को हवाई फायर करना पड़ा, लाठी चार्ज करनी पड़ी। उसके बावजूद देर तक पथराव होता रहा। तब अतिरिक्त फोर्स मंगाकर पुलिस ने हालात पर काबू पाया। पुलिस को आशंका है कि उपद्रवी तत्वों ने विरोध प्रदर्शन के मौके का फायदा उठाया।
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि घटना चिंता का विषय है। घटना से जुड़े विषय पर चिंता का विषय है। सुनियोजित तरीके से ऐसी शक्तियों का शिकार हो रहे हैं जिसका परिणाम हम सब को भुगतना पड़ेगा। यहां की जनता सहनशील, संवेदनशील रही है। वर्तमान हालाता में हम परीक्षा की घड़ी से गुजर रहे हैं। हो सकता है कठिन परीक्षा भी हो मगर धैर्य खोने की जरूरत नहीं है। जुल्म करने वाले सजा के भागी होंगे।