सौतन किसे पसंद होगी मगर सौत की भावना को दरकिनार करते हुए दो युवतियों ने एकसाथ एक ही युवक से एक ही मंडप में सात फेरे लिये। पंचायत के उप मुखिया सहित अन्य लोग इस विवाह के साक्षी बने। दिलचस्प यह कि दोनों के परिवार की सहमति रही। लिवइन रिलेशनशिप का भी अजीब उदाहरण जुड़ा है। दोनों युवतियों से उसके चार बच्चे भी हैं।
लोहरदगा जिला से कोई 20 किलोमीटर दूर आदिवासी और मुस्लिम बहुल इलाका किस्को थाना क्षेत्र के हिसरी पंचायत के बड़चोरगाई के पिपर टोंगरी शिव धाम को रविवार को हिसरी पंचायत के ही संजीत उरांव ने रिंकी उरांव व कलावति उरांव के साथ सात फेरे लिये। संजीत का अरेया पंचायत की रहने वाली रिंगी से प्रेम प्रसंग था। उससे संजीत को तीन बेटे भी हैं। बीते तीन वर्षों से संजीत हिसरी पंचायत की ही कलावती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। उससे भी संजीत को एक बेटा है।
संजीत का प्रेम प्रसंग जाहिर होने के बाद दोनों युवतियों में सौतिया डाह को लेकर विवाद भी चलता रहा। मामला थाना भी पहुंचा। कोई अपने रिश्ते को विराम देने को तैयार नहीं। अंतत: दोनों ने संजीत से विधिवत विवाह करने का निर्णय किया। परिजनों की सहमति के बाद रविवार को उनकी शादी हुई। शादी के मौके पर संजीत के चारों बच्चे भी मौजूद थे।
संजीत के माता-पिता, हिसरी पंचायत के उप मुखिया मनोज उरांव व अन्य ग्रामीण भी शामिल हुए। छोटानागपुर के आदिवासी बहुल इलाकों में लिवइन रिलेशनशिप के अनेक किस्से हैं। चार-चार दशक तक इस रिश्ते में रहने के बाद एक ही मंडप में पोते ही मौजूदगी में बाप और बेटे की शादी के किस्से भी आते रहते हैं।