रांची। राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी शिक्षक संस्थानों को 15 जनवरी तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। शैक्षणिक संस्थानों के प्रशासनिक काम 50 फीसदी क्षमता के हिसाब से होंगे। सभी सरकारी, गैरसरकारी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों को 15 जनवरी तक बंद करने का निर्णय लिया गया है।
सोमवार को मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में हुई आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में निर्णय लिया गया। शनिवार और रविवार को प्रदेश में एक हजार से अधिक कोरोना संक्रमण के मामले आये थे। बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने आपदा प्रबंधन सचिव को दो जनवरी को पत्र भेजकर पाबंदियों के बारे में सिफारिश की थी।
आपदा प्रबंधन प्राधिकार बैठक के बाद स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि संक्रमण की स्थिति की नियमित समीक्षा होगी और संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आगे ढील देने या पाबंदी बढ़ाने के संबंध में निर्णय लिया जायेगा। सरकारी और निजी कार्यालय 50 प्रतिशत क्षमता से काम करेंगे। स्टेडियम इंडोर आउटडोर स्टेडियम, पार्क, जू, स्वीमिंग पुल, पर्यटन स्थल पूरी तरह बंद रहेंगे। मॉल, रेस्टोरेंट, बैंकट हॉल क्षमता का 50 प्रतिशत से चालू रहेंगे मगर अधिकतम 100 व्यक्तियों के प्रवेश की अनुमति रहेगी। दुकानें रात आठ बजे तक खुली रहेंगी। दवा की दुकान, बार और रेस्टोरेंट पूर्ववत खुले रहेंगे। सरकारी दफ्तरों में 50 प्रतिशत से काम होगा मगर बायोमेट्रिक उपस्थिति बंद रहेगी। विवाह, श्राद्ध कर्म, अंत्येष्टि में अधिकतम एक सौ लोग शामिल हो सकेंगे। ग्रामीण हाट, बाजार सोशल डिस्टेंसिंग के साथ चालू रहेंगे
आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी अनिवार्य स्वास्थ्य सेवाओं को प्राथमिकता के साथ दुरुस्त करें। स्थिति के मद्देनजर राज्य के सभी जिलों को अलर्ट मोड में रखा जाए। कोरोना जांच की संख्या में हर हाल में वृद्धि हो, अधिकारी यह सुनिश्चित करें। सभी कोविड केयर अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त बेड, आईसीयू बेड, नॉर्मल बेड, अनिवार्य दवाएं इत्यादि व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरुस्त रखें। सभी भीड़ वाले क्षेत्रों में कोविड-19 अनुकूल व्यवहारों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करवाने का निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिया।
सीएम ने कहा कि राज्य में अफरा-तफरी का माहौल न बने इस निमित मैकेनिज्म डेवलप करें। अधिकारी राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित मेडिकल ऑक्सीजन प्लांटों का निरीक्षण करें तथा मेडिकल ऑक्सीजन की कमी न हो, इसकी तैयारी रखें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि कोरोना टेस्ट सैंपल का बैकलॉग न बढ़े यह सुनिश्चित करें। विभाग सैंपल कलेक्शन के लिए एसओपी जारी करे।