रांची। पंचायती राज के चतुर्थवर्गी कर्मी की पत्नी उत्तर प्रदेश की एसडीएम ज्योति मौर्य का किस्सा सोशल मीडिया में कई दिनों से वायरल है। खूब तर्क, वितर्क, टीका-टिप्पणी का दौर जारी है। इसी बीच झारखंड के साहिबगंज से भी ज्योति मौर्य जैसा किस्सा सामने आया है। जब नौकरी लगने के बाद पत्नी बेरोजगार पति को छोड़कर दस साल के बच्चे के साथ फरार हो गई। बेरोजगार पति ने कर्ज लेकर, संघर्ष कर पत्नी को सात साल तक पढ़ाकर नर्स बनवाया था। पति अपने बेटे और पत्नी की बरामदगी के लिए थाना से लेकर एसडीपीओ कार्यालय तक का चक्कर लगा रहा है।
साहिबगंज जिला के बांझी बाजार के कन्हाई की शादी करीब 14 साल पहले कल्पना के साथ हुई थी। मजदूरी कर, ट्रैक्टर चलाकर पेट पालने वाले कन्हाई का कहना है कि घर की हालत ठीक करने के लिए पत्नी को कर्ज लेकर किसी तरह पढ़वाया। बोरियो कॉलेज से इंटर और उसके बाद करीब सात साल तक पत्नी को जमशेदपुर में रखकर एएनएम की पढ़ाई करवाई। नर्सिंग की पढ़ाई पूरी होने के बाद उसकी झुमावती अस्पताल में नर्स की नौकरी भी लग गई। कन्हाई ने थाना में आवेदन देकर कहा है कि कर्ज लेकर उसने पत्नी को पढ़ाया, एएनएम बनाया। वह धोखेबाज निकली, नौकरी लगने के बाद बेटे के साथ फरार हो गई है। दरअसल पत्नी को पढ़ाने के लिए लिये गये कर्ज को अदा करने के लिए पत्नी के कहने पर ही वह काम करने गुजरात चला गया था। कुछ माह पहले लौटा तो पत्नी का व्यवहार पहले की तरह अच्छा नहीं लगा। बीते 14 अप्रैल को ही मायके जाने की बात कहकर बेटे के साथ निकली फिर लौटी नहीं।
कन्हाई का आरोप है कि पत्नी का किसी युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह उसी के साथ रह रही है। इस आशय का एसडीपीओ के यहां आवेदन देकर उसने बरामदगी का अनुरोध किया है। पति कन्हाई का कहना है के उसके जमीन के कागजात भी पत्नी के पास हैं। पत्नी का कहना है कि संपत्ति लेकर क्या करोगा बेटा मेरे पास है, जायदाद बाद में बेटे की ही होगी। उसे भूल जाओ। कन्हाई ने थाने में दिये आवेदन में कहा है कि 14 अप्रैल को ही मायके जाने की बात कहकर कल्पना निकली थी। वापस नहीं लौटने पर उसकी तलाश शुरू की। ससुराल वालों से पूछा तो लोगों ने बताया कि कल्पना यहां नहीं आई है। अब पुलिस सक्रिय हुई है। एसडीपीओ कार्यालय से कथित प्रेमी को फोनकर तलब किया गया है।