यूपी में स्वास्थ्य सुविधाओं की अनियमितताओं को लेकर एक और मामला आज सामने आया है, जहां योगी सरकार के एक फोन कॉल पर घर के दरवाजे पर 108 एम्बुलेंस पहुंचने का दावा फेल साबित होता दिखा। मामला कन्नौज का है, जहां एक शख्स ने बीमार पत्नी के इलाज के लिए एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन कई घंटों के इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं पहुंची।
नौ किलोमीटर दूर पत्नी को ठेले पर लेकर अस्पताल पहुंचा पति
एक युवक एंबुलेंस के समय पर नहीं पहुंचने पर पत्नी की हालत खराब होता देख्ा मजबूरी में उसे ठेले पर पत्नी को लिटाकर 9 किलोमीटर का सफर पूरा करते हुए इलाज के लिए अस्पताल पहुंचा।
कई घंटे बीत जाने के बाद भी एम्बुलेंस नहीं आई: परिजन
न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, मरीज के परिजनों ने बताया कि महिला की तबीयत बिगड़ी तो उसके पति ने एम्बुलेंस के लिए फोन किया, लेकिन कई घंटे बीत जाने के बाद भी एम्बुलेंस नहीं आई। आखिरी बार जब उसने 108 एम्बुलेंस के लिए फोन किया, तो एक एंबुलेंस ड्राइवर ने उसे मरीज को मकरंद नगर तक लाने की बात कही।
Kannauj: Man carried his wife in a 'thela' to a hospital 9 km away after the ambulance allegedly refused to come to their village. Relatives say, 'We contacted 108 emergency ambulance services but they refused to come. We had no other option but to being her here in a 'thela'. pic.twitter.com/W6zzIgLMYI
— ANI UP (@ANINewsUP) May 3, 2018
मरीज के परिजनों ने बताया कि उनके घर से अस्पताल करीब 9 किलोमीटर दूर है। मरीज को जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाने के लिए घर में कोई साधन नहीं था। इसलिए 108 एम्बुलेंस को फोन किया, लेकिन एम्बुलेंस नहीं आई।
मामले की जांचकर कार्रवाई की जाएगी-अधिकारी
जानकारी के मुताबिक, मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने एबुलेंस के मना करने की बात को स्वीकारा। उन्होंने कहा कि ये लापरवाही का मामला है और ऐसा करना गलत है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।