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येदियुरप्पा सरकार ने दिया 1,610 करोड़ का राहत पैकेज , धोबी-नाई-ऑटो ड्राइवरों को मिलेंगे 5,000 रुपए

लॉकडाउन के कारण परेशान लोगों को राहत देने के लिए कर्नाटक सरकार ने 1,610 करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की...
येदियुरप्पा सरकार ने दिया 1,610 करोड़ का राहत पैकेज , धोबी-नाई-ऑटो ड्राइवरों को मिलेंगे 5,000 रुपए

लॉकडाउन के कारण परेशान लोगों को राहत देने के लिए कर्नाटक सरकार ने 1,610 करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की है। बुधवार को किए गए घोषणा में राहत पैकेज को लेकर मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा है कि धोबी, नाई ऑटो रिक्शा और टैक्सी ड्राइवरों को राहत के तौर पर पांच-पांच हजार रूपए की राशि दी जाएगी। इससे राज्य के 60 हजार धोबी और 2.30 लाख नाई लाभांवित होंगे। वहीं, 7.75 लाख ड्राइवरों को राहत मिलेगी। राज्य के मुताबिक फूल किसानों के 11,687 हेक्टेयर की फसल बर्बाद हुई है। इसको देखते हुए सरकार इन्हें 25 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर का मुआवजा देगी।   

बता दें, फैल रहे कोरोना वायरस महामारी के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से आम लोगों का दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।

शराब के उत्पाद शुल्क में 11 फीसदी की बढ़ोतरी

राज्य सरकार ने कहा है कि इस राहत पैकेज का ऐलान किसान, लघु एवं कुटीर उद्योगों, हस्त बुनकरों, फूल किसान, धोबी, नाई, ऑटो-टैक्सी चालकों समेत अन्य को ध्यान में रखते हुए किया है। साथ ही कर्नाटक सरकार ने राजस्व को देखते हुए शराब पर उत्पाद शुल्क में 11 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी है।

एक सप्ताह में भेजी जाएगी राशि

सीएम ने कहा कि संकट में राज्य की वित्तीय स्थिति को देखते हुए सरकार का कर्तव्य है कि वो सामने आए संकट से लोगों को बचाए और इसी बाबत राहत पैकेज का ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति में अन्य किसी भी राज्य ने इतने बड़े पैकेज की घोषणा नहीं की है। एक सप्ताह के भीतर सभी लाभार्थियों के खातों में राशि ट्रांसफर की जाएगी। सरकार के इस राहत पैकेज से 54,000 हस्त बुनकर भी लाभांवित होंगे। वहीं, राज्य में अभी 15.80 लाख पंजीकृत बिल्डिंग वर्कर्स हैं। राज्य सरकार ने इनमें से 11.80 लाख लोगों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 2 हजार रुपए की राशि भेज चुकी है। तीन हजार रूपए की राशि और भेजी जाएगी।

लॉकडाउन में ढील का न करें उपयोग

येदियुरप्पा ने कहा कि समाज के सभी वर्ग इस वित्तीय संकट का सामना कर रहे हैं। करीब 45 दिनों से ज्यादा समय से लागू लॉकडाउन की वजह से हर किसी को कठिनाइयां हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि लॉकडाउन में ढील का मतलब यह नहीं है कि इसका दुरुपयोग किया जाए या फिर यह समाप्त हो गया। राज्य की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए लोग इसमें सहयोग करें।

 

 

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