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कश्मीर: सेना की गोलीबारी से बवाल, चार की मौत के बाद लगा कर्फ्यू

उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा शहर में मंगलवार को प्रदर्शनकारी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों की फायरिंग में मरने वालों की संख्या तीन हो गई है। इन मौतों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस कार्रवाई के दौरान चोट लग जाने की वजह से आज एक युवक की मौत हो गई। इससे पहले हादसे में कल घायल हुई एक महिला ने बुधवार की अहले सुबह एक अस्पताल में दम तोड़ दिया। लोगों के गुस्से और अलगाववादी समूहों के घटना के विरोध में हड़ताल के आह्वान को देखते हुए प्रशासन ने हंदवाड़ा में कर्फ्यू लगाने के साथ ही श्रीनगर समेत कई क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लगा दी है।
कश्मीर: सेना की गोलीबारी से बवाल, चार की मौत के बाद लगा कर्फ्यू

जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में मंगलवार को सेना की गोलीबारी में मारे गए लोगों की मौत से नाराज प्रदर्शन कर रही भीड़ पर सुरक्षाबलों की कार्रवाई में आज एक युवक की जान चली गई। जबकि कल की गोलीबारी में घायल हुई एक 55 वर्षीय महिला की आज तड़के अस्पताल में मौत हो गई। कल से लेकर आजतक कुल चार मौतें हो चुकी हैं। अब भी कल की गोलीबारी में घायल हुए चार लोग अस्पताल में भर्ती हैं। हंदवाड़ा स्थित सेना की एक चौकी में पदस्थ सैनिकों द्वारा घर लौट रही एक छात्रा से कथित छेड़छाड़ करने के आरोपों के बाद कल इलाके में विरोध-प्रदर्शन शुरू हो गए थे। प्रदर्शनकारियों ने सेना की चौकी पर पथराव शुरू कर दिया जिसके बाद सुरक्षा बलों ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए गोली चलाई। गोलीबारी में कल ही इकबाल अहमद और नईम भट्ट की मौत हो गई थी और एक महिला राजा बेगम गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। 55 वर्षीय राजा बेगम की भी आज तड़के एसकेआईएमएस अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने जानकारी दी कि लंगाते की राजा बेगम की आज तड़के एसकेआईएमएस अस्पताल में मौत हो गई। उन्होंने बताया कि गोलीबारी में घायल हुए चार अन्य लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। वहीं हंदवाड़ा में ही आज स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा फेंके गए आंसू गैस के गोले के सिर पर लग जाने की वजह से जहांगिर अहमद वानी नाम के एक युवक की मौत हो गई।

 

सेना ने कल हुई लोगों की मौत पर अफसोस जाहिर किया है और घटना की जांच शुरू कर दी है। एक सैन्य अधिकारी ने बताया कि सेना को लोगों की मौत पर गहरा अफसोस है। मामले की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कल हुई दो युवकों की मौत और आज एक जान और चली जाने से स्थानीय लोगों के अलावा कश्मीर के अन्य हिस्सों में लोग बेहद नाराज हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं। अलगाववादी संगठनों ने हड़ताल का आह्वान किया है। तीन लोगों की जान जाने के विरोध में होने वाले प्रदर्शनों को नाकाम करने के लिए श्रीनगर और कुपवाड़ा जिलों के कुछ हिस्सों में सरकार ने आज निषेधाज्ञा लागू कर दी। जबकि हंदवाड़ा में प्रदर्शनकारियों के बढ़ते गुस्से को देखते हुए प्रशासन ने इलाके में कर्फ्यू लगा दिया है।

 

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर शहर के छह पुलिस थाना क्षेत्रों में और उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा के हंदवाड़ा इलाके में निषेधाज्ञा लागू की गई है। उन्होंने बताया कि श्रीनगर के रैनावाड़ी, महाराजगंज, नौहट्टा, खानयार, सफाकदल और मैसूमा पुलिस थाना इलाके में कानून व्यवस्था की समस्या की आशंका के चलते एहतियात के तौर पर निषेधाज्ञा लागू की गई है। अधिकारी ने बताया कि वैशाखी पर्व को देखते हुए सिख समुदाय के लोगों को दिन में आने जाने की अनुमति दी जाएगी। अलगाववादी समूहों ने कल की घटना के विरोध में हड़ताल का आह्वान किया है। जिन इलाकों में निषेधाज्ञा लागू की गई है उन्हें छोड़ कर अन्य में से ज्यादातर इलाकों में दुकानें, कारोबारी प्रतिष्ठान और पेट्रोल पंप बंद हैं। अधिकारी ने बताया कि घाटी के अधिकतर जिला मुख्यालयों से बंद की खबरें मिली हैं। उन्होंने बताया कि वैशाखी के अवकाश को देखते हुए हड़ताल का असर स्पष्ट है।

 

 

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