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जम्मू-कश्मीर: पत्थरबाजी रोकने बढ़ाई जाएगी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल के जवानों पर पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए रणनीति बननी शुरू हो गई है। इसके तहत पहले सोशल साइटों को बंद कर इन घटनाओं को रोकने की कोशिश की गई। अब सरकार जम्मू-कश्मीर में तैनाती के लिए 1000 महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती करने जा रही है।
जम्मू-कश्मीर: पत्थरबाजी रोकने बढ़ाई जाएगी महिला पुलिसकर्मियों की संख्या

गौरतलब है कि 24 अप्रैल को श्रीनगर के लाल चौक में लड़कियों द्वारा पथराव किया गया। इस घटना को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक जम्मू--कश्मीर में सुरक्षाबल के जवानों पर पथराव की घटनाओं को रोकने के लिए सरकार ने महिला इंडिया रिजर्व बटालियन खड़ी करने का निर्णय किया है।

जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में तैनाती के लिए 1000 महिला पुलिसकर्मियों की भर्ती की जाएगी। ये महिला पुलिसकर्मी केंद्र सरकार की नवगठित पांच भारतीय रिजर्व बटालियनों का हिस्सा होंगी। हर बटालियन का खर्च करीब 61 करोड़ होगा जिसका 75 फीसदी खर्च केंद्र सरकार उठाएगी। केंद्र सरकार की रिजर्व बटालियनों में भर्ती होने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती उनके अपने गृह राज्य में ही की जाती है।

कश्मीर घाटी से आए ज्यादातर आवेदन

जानकारी के मुताबिक पांचों बटालियन में पुलिसकर्मियों की भर्ती के लिये 5 हजार पदों पर भर्ती की जानी है। इनके लिये जम्मू-कश्मीर के लगभग 1 लाख 40 हजार युवाओं ने आवेदन किया है। इनमें से 40 फीसदी आवेदन अकेले कश्मीर घाटी से मिले हैं। इनमें करीब 6 हजार आवेदक महिला हैं। भर्ती का मकसद स्थानीय युवाओं को रोजगार देना है। इसमें 60 पद राज्य के सीमावर्ती इलाकों के आवेदकों के लिए आरक्षित हैं। महिला पुलिसकर्मियों को मुख्य रूप से कश्मीर घाटी में पथराव और कानून व्यवस्था से जुड़ी ड्यूटी में तैनात किया जाएगा।

बता दें कि देश भर में कुल 144 रिजर्व बटालियनें मौजूद हैं। इनमें से चार-चार बटालियन नक्सली हिंसा प्रभावित 12 राज्यों में पहले से ही तैनात है।

 

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