उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 26-28 अक्टूबर तक कृषि कुंभ का आयोजन किया जाएगा। इसका मकसद कृषि और उससे जुड़े अन्य क्षेत्रों में विकास को रफ्तार देना और किसानों की आय दोगुनी करना है। इस कुंभ में राज्य के सभी 75 जिलों के किसान, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कृषि वैज्ञानिक, केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न औद्योगिक संस्थाओं के प्रतिनिधि और नीति निर्धारक हिस्सा लेंगे।
इस कार्यक्रम को लेकर शनिवार को नई दिल्ली में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, पशुपालन मंत्री एसपी सिंह बघेल और मंडी परिषद की राज्यमंत्री स्वाति सिंह पत्रकारों और विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से रूबरू हुए। शाही ने कहा कि कृषि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। करीब 68 फीसदी आबादी की आय का मुख्य स्रोत कृषि है। इसलिए कृषि कुंभ राज्य के किसानों और कृषि से जुड़ी कंपनियों के लिए विकास के नए दरवाजे खोलेगा।
उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार किसानों की स्थिति में सुधार के लिए नई पहलें कर रही हैं। यह आयोजन इस दिशा में मजबूत पहल है। इससे कृषि और उससे संबंधित क्षेत्रों से जुड़े लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और उनके लिए रोजगार के नए अवसर मुहैया कराने में मदद मिलेगी। शाही ने कहा कि इस कुंभ का मकसद किसानों, तकनीकी विशेषज्ञों और कारोबारियों को साझा मंच प्रदान करना है। इससे खेती, उत्पादन, खाद्य प्रसंस्करण, विपण्न, खेती के आधुनिक तरीकों, पशुपालन, मुर्गी पालन, मत्स्य पालन और बागवानी से संबंधित क्षेत्रों में अपने अनुभव और नई जानकारियां साझा कर सकें।
बघेल ने कहा कि जिन जगहों पर खेती के अलावा किसानों के पास पर्याप्त पशुधन है, वहां प्रतिकूल परिस्थितियों में भी किसान आत्महत्या नहीं करते। इसलिए, किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कृषि संबंधित गतिविधियों को पशुपालन से जोड़ने की आवश्यकता है। वहीं, स्वाति सिंह ने कहा कि जब तक छोटे किसानों को बाजार से सीधे जोड़ने की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जाएगी तब तक उनकी आय में इजाफा होना मुश्किल है। यूपी सरकार ने इस दिशा में पहल करते हुए कृषि एवं विपण्न के क्षेत्र में एक विशाल आधारभूत मॉडल तैयार किया। इसके तहत सौ मंडियों को ई-एनएम द्वारा आपस में जोड़ा गया है, ताकि किसानों को अपनी फसल अच्छी कीमतों पर बेचने की सुविधा मिल सके।
इस दौरान जानकारों ने कृषि क्षेत्र में नई तकनीकों और सरकार की महत्वपूर्ण घोषणाओं के बारे में भी जानकारी दी। यूपी के कृषि उत्पादन आयुक्त प्रभात कुमार, राज्य के प्रमुख सचिव (कृषि) अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव (पशुपालन) सुधीर बोबडे सहित राज्य सरकार के कई आला अधिकारी भी मौजूद थे।