मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले की देहात पुलिस ने ट्रैक्टर ट्रालियों में जा रहे किसानों को कथित तौर पर जबरन पकड़कर हवालात में डाल दिया, उनके कपड़े उतरवाकर उन्हे पीटा और गाली-गलोच की।
मंगलवार को जिले को सूखाग्रस्त घोषित करने के लिए जिले के कई इलाको से किसान कांग्रेस के खेत बचाओ-किसान बचाओ आंदोलन में भाग लेने जिला मुख्यालय पहुंचे थे। इस बीच कांग्रेस के कार्यकर्ताओ और किसानों ने कलेक्टर कार्यालय के बाहर घेराव करने की कोशिश की और कलेक्टर अभिजीत अग्रवाल को ज्ञापन सौंपने की मांग करने लगे। लगभग 45 मिनट बाद प्रशासन ने एसडीएम आदित्य सिंह को ज्ञापन लेने मौके पर पहुंचाया, लेकिन कांग्रेसी कलेक्टर को ज्ञापन देने की मांग पर अड़े रहे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में बीच तीखी झड़प के बाद माहौल उग्र हो गया। पुलिस ने इस दौरान लाठीचार्ज कर आंसू गैस के गोले छोड़े और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
जब कुछ देर बाद किसानो और कांग्रेस के कार्यकर्ताओ का आंदोलन से वापस लौटने का सिलसिला शुरू हुआ तो टीकमगढ़ की थाना देहात पुलिस ने लौट रहे किसानों से भरी दो ट्रैक्टर-ट्रॉली रोक लीं और सभी किसानो को अपने साथ देहात थाने ले गए।
इसके बाद पुलिस वालो ने किसानो को कपड़े उतारने के लिए कहा और जिन्होंने उनकी नहीं सुनी उन किसानो पर पुलिस वालो ने मारपीट की और गाली गलोच करना शुरू कर दिया।
वही टीकमगढ़ जिले के कुमार प्रतीक एसपी का कहना है, “किसानों को पूछताछ के लिए बुलाया गया था और बाद में उन्हें छोड़ दिया गया। हां अगर लॉकअप में इस तरह की घटना हुई तो पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी।”