चेन्नै में 11 साल की बच्ची का यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार क़ुछ लोगों की सोमवार को वकीलों ने कोर्ट परिसर में पिटाई कर दी। इस बीच, मद्रास हाइकोर्ट एडवोकेट्स एसोसिएशन (एमएचएए) के अध्यक्ष जी मोहन कृष्णन ने घोषणा की कि कोई वकील इन आरोपियों का केस नहीं लड़ेगा। पुलिस ने 17 लोगों को इस बच्ची के साथ यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। ये पिछले सात महीने से बच्ची का यौन उत्पीड़न कर रहे थे।
समाचार एजेंसी पीटीआइ के अनुसार, इन आरोपियों को सोमवार को कोर्ट मे पेश किया गया था। न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के बाद जब ये महिला कोर्ट के पास सीढ़ियों से उतर रहे थे तभी गुस्साए वकीलों के एक समूह ने इनमें से कुछ पर हमला कर दिया। यहां मौजूद महिला कांस्टेबल भी आरोपियों को नहीं बचा सकीं। पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस घटना के बाद आठ आरोपियों को ग्राउंड फ्लोर पर स्थित अतिरिक्त फैमिली कोर्ट और बाकी नौ को महिला कोर्ट में रखा गया। इससे पहले सभी आरोपियों को महिला कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 31 जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस के अनुसार, एक अपार्टमेंट के सिक्यॉरिटी गार्ड, लिफ्ट ऑपरेटर, इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर समेत 18 लोगों ने बच्ची का लगभग सात महीने तक यौन उत्पीड़न किया था। मामला तब सामने आया जब 7वीं में पढ़ने वाली छात्रा ने अपनी बड़ी बहन को घटना की जानकारी दी। इसके बाद बाद अभिभावकों ने 15 जुलाई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि पीड़िता ने सभी आरोपियों की पहचान कर ली है।
पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार सबसे पहले एक एक लिफ्ट ऑपरेटर ने बच्ची का यौन उत्पीड़न किया और बाद में अन्य भी इसमें शामिल हो गए। इनमें से चार ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है जबकि दो अन्य ने छेड़छाड़ की बात स्वीकारी है। पुलिस ने कहा कि आगे की जांच चल रही है और सीसीटीवी फुटेज का भी विश्लेषण किया जाएगा।
देखें वीडियो
#WATCH: Dramatic visuals from Mahila Court in Chennai where lawyers thrash the 18 accused, who sexually harassed an 11-year-old girl for over a period of 7 months. #TamilNadu pic.twitter.com/8ASDOlm7gW
— ANI (@ANI) July 17, 2018