उत्तर प्रदेश के कानपुर में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई जबकि 33 लोगों की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। इस मामले में अब तक 11 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। प्रशासन ने इन मौतों के लिए जिम्मेदार जहरीली देसी शराब 'माधुरी-442' पर बैन लगा दिया है।
कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक रतन कांत पांडेय ने बताया कि जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर मरौली गांव में यह घटना हुई जहां 4 लोगों ने शनिवार रात जहरीली शराब पी थी और रविवार सुबह उनकी मौत हो गई जबकि एक अन्य व्यक्ति की मौत दोपहर बाद हुई।
राजधानी लखनऊ में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपद कानपुर देहात में जहरीली शराब पीने की घटना में मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। वहीं, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने रविवार को उर्सुला अस्पताल जाकर 6 पीड़तों का हाल-चाल जाना और उन्हें 50-50 हजार की सहायता राशि भी दी।
UP Deputy CM Dinesh Sharma visited Ursula Hospital in Kanpur to meet the 6 people who were hospitalised due to consumption of poisonous liquor yesterday. Sharma gave Rs 50,000 each as compensation. 5 people have lost their lives due to consumption of spurious liquor. pic.twitter.com/QfsEIcLvXh
— ANI UP (@ANINewsUP) May 20, 2018
इस बीच जिलाधिकारी कानपुर देहात राकेश सिंह ने घटना की मजिस्ट्रेट से जांच कराने के आदेश दे दिए है। जिस दुकान से यह शराब खरीदी गई थी वहां से शराब के नमूने लेकर परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेज दिए गए हैं। कानपुर देहात जिले में जहरीली शराब की इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने माघीपुरवा और भंवरपुर में सडक जाम कर दी। ये लोग शव पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दे रहे थे। उनकी मांग थी कि इस मामले के दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। बाद में वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामला शांत कराया।