गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री दिगम्बर कामत के साथ अलेमाओ से भी अपराध शाखा ने लुइस बर्जर रिश्वत मामले में पूछताछ की थी। उधर, अमेरिकी कंपनी के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने जापान इंटरनेशनल कॉआपरेशन एजेंसी यानी जेआईसीए के तहत जल संवर्धन एवं मलजल पाइपलाइन परियोजना का मशविरा ठेका हासिल करने के लिए भारतीय मंत्री को रिश्वत दी थी। अलेमाओ उस समय राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्राी थे। अपराध शाखा के अधिकारियों ने दावा किया कि अलेमाओ की रिश्वत स्वीकार करने में भूमिका स्थापित हो गई है जिसके कारण उन्हें आगे की जांच के लिए गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि तड़के उन्हें चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाया जाएगा।
कामत स्थानीय अदालत में पहले ही अग्रिम जमानत की अर्जी दायर कर चुके हैं और मामले पर सुनवाई सात अगस्त को होगी। अपराध शाखा जेआईसीए गोवा परियोजना के निदेशक आनंद वाचसुंदर और लुइस बर्जर के पूर्व उपाध्यक्ष सत्यकाम मोहंती को भी इस मामले में गिरफ्तार कर चुकी है।
मुझे राजनीतिक खेल के तहत गिरफ्तार किया गया: अलेमाओ
लुइस बर्जर रिश्वत मामले में गिरफ्तार गोवा के पूर्व लोकनिर्माण विभाग मंत्री चर्चिल अलेमाओ ने कहा कि वह निर्दोष हैं और उन्हें किसी राजनीतिक खेल के तहत गिरफ्तार किया गया है। अलेमाओ ने आज तड़के चिकित्सकीय जांच के लिए ले जाते समय कहा, मैं खुश हूं। उन्होंने मुझे गिरफ्तार कर लिया है। यह एक राजनीतिक खेल हैं। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। यह पूछने पर कि उन्होंने अग्रिम जमानत की याचिका क्यों नहीं दी, उन्होंने कहा, मैं अग्रिम जमानत की याचिका क्यों दूं। मैं बिल्कुल निर्दोष हूं। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर कहा, अलेमाओ किसी निजी कार्यक्रम के लिए अगासैम गांव में थे जहां से उन्हें हिरासत में लिया गया। अपराध शाखा कार्यालय में प्रारंभिक पूछताछ के बाद उनकी गिरफ्तारी की गई। अलेमाओ को भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं और भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी के तहत गिरफ्तार किया गया है।
अलेमाओ के वकील माइक मेहता ने कहा, यह राजनीतिक रूप से प्रेरित मामला है। जब नेेताओं की बात आती है तो कानून की सभी किताबों को अलमारी में बंद कर दिया जाता है। उन्होंने कहा, वह अग्रिम जमानत की याचिका दे सकते थे लेकिन उन्होंने एेसा करने से इनकार कर दिया। वह जांच का सामना करना चाहते थे।