उत्तर प्रदेश के दो बड़े शहर नोएडा और लखनऊ में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने का ऐलान किया गया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में कैबिनेट ने सोमवार को इसे मंजूरी दे दी है। इस समय देश के 15 राज्यों के 71 शहरों में कमिश्नर सिस्टम पहले से लागू है।
पुलिस कमिश्नर हुए नियुक्त
यूपी सरकार द्वारा जारी सूचना के अनुसार आलोक सिंह नोएडा के नये पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं। वहीं सुजीत पांडेय को लखनऊ का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया गया है। अलीगढ़ के रहने वाले आलोक सिंह 1995 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अफसर हैं और वर्तमान में मेरठ जोन के एडीजी हैं। जबकि सुजीत पांडेय 1994 बैच के आईपीएस हैं।
एसपी रैंक की अधिकारी पर महिला सुरक्षा की जिम्मेदारी
सीएम योगी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एडीजी स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति पुलिस कमिश्नर के तौर पर की जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए पांच एसपी स्तर के अधिकारी भी नोएडा को दिए जाएंगे। योगी ने बताया कि नोएडा में महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक एसपी रैंक की महिला अधिकारी की तैनाती की जाएगी। इस अधिकारी पर सिर्फ महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों को प्रभावी तरीके से निपटाने की जिम्मेदारी होगी।
ट्रैफिक पुलिस को मिला एसपी स्तर का अधिकारी
योगी आदित्यनाथ के अनुसार यातायात पुलिस में भी एसपी रैंक के अधिकारी होंगे। यह कदम नोएडा में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए उठाए गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि यातायात गतिविधियों पर पैनी नजर के लिए निर्भया फंड से सीसीटीवी कैमरों और लाइटिंग की व्यवस्था की जाएगी। जिससे महिलाओं की सुरक्षा और पुख्ता हो सकेगी। नोएडा में कुछ नए थाने भी बनाए जाएंगे। फिलहाल दो नए थाने बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
जानें क्यों लिया फैसला
उन्होंने बताया कि पुलिस ऐक्ट के मुताबिक 10 लाख से ऊपर की आबादी के नगरीय क्षेत्रों में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होना चाहिए। वर्तमान में लखनऊ की आबादी करीब 40 लाख और नोएडा की आबादी 16 लाख से ज्यादा है। वहीं, नोएडा और ग्रेटर नोएडा को मिला दिया जाए तो गौतम बुद्ध नगर जनपद के अंतर्गत करीब 25 लाख की आबादी हो जाती है।
डीजीपी ने दिए थे संकेत
हाल ही में हाल में नोएडा के एसएसपी वैभव कृष्ण ने महकमे के कुछ बड़े आईपीएस अफसरों की मनमानी और भ्रष्टाचार की ओर सरकार का ध्यान खींचा। कुछ समय तक इस चिट्ठी पर प्रशासन की चुप्पी के बाद एडीजी बलवीर सिंह ने भी सीएम को चिट्ठी लिख कर दिया तो यह मामला तूल पकड़ने लगा। इस चिट्ठी प्रकरण के बाद वैभव कृष्ण पर सर्विस रूल के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया और भारी संख्या में जिला कप्तानों के तबादले किए गए। इन तबादलों में लखनऊ और नोएडा के एसएसपी की तैनाती नहीं हुई और बाद में डीजीपी ने साफ किया था कि इन जगहों पर कमिश्नर व्यवस्था लागू करने पर विचार हो रहा है।