मध्यप्रदेश के बाढ़ प्रभावित श्योपुर शहर के दौरे पर गए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को शनिवार को गुस्साए स्थानीय लोगों ने घेर लिया और उनके काफिले पर कीचड़ फेंका गया।
यह शहर उत्तर मध्य प्रदेश में उनके मुरैना लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां इस सप्ताह की शुरुआत में भारी बारिश हुई थी।
तोमर जब बाढ़ पीड़ितों से मिलने शहर के कराटिया बाजार गए तो लोगों ने उनका मजाक उड़ाया और कहा कि वह बहुत देर से आए हैं।
चश्मदीदों ने कहा, "जैसे ही वह अपनी कार से नीचे उतरे और रोती हुई महिलाओं सहित कुछ लोगों को सांत्वना दी, तब लोगों ने उनके काफिले का पीछा किया। लोगों ने वाहनों पर कीचड़ और छोटी-छोटी सूखी लाठियां फेंकी। "
लोगों ने तोमर से शिकायत की कि उन्हें समय पर बाढ़ के बारे में सतर्क नहीं किया गया और यह जिला प्रशासन की विफलता है।
श्योपुर के पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने कहा कि लोगों ने मंत्री से शिकायत की कि राहत उन्हें देर से पहुंची। एसपी ने कहा, "लेकिन उनके काफिले का कोई वाहन क्षतिग्रस्त नहीं हुआ।"
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने स्वीकार किया कि प्रशासन ढिलाई बरत रहा है, लेकिन यह भी कहा कि एक बांध के टूटने की अफवाहों से पैदा हुए भ्रम ने भी एक समस्या पैदा की। मंत्री ने आश्वासन दिया कि जिले को हर तरह की मदद मुहैया कराई जाएगी।
बता दें कि इस सप्ताह की शुरुआत में उत्तरी मध्य प्रदेश के चंबल-ग्वालियर क्षेत्र में बारिश के कारण कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।