महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अगर 15 साल पहले मुंबई की सड़कें पक्की कर दी गई होतीं तो लगभग 3,500 करोड़ रुपये बचाए जा सकते थे। उन्होंने यह बात बीएमसी में “अनियमितताओं” के खिलाफ प्रदर्शन करने के शिवसेना (यूटीबी) के आह्वान के बीच कही है।
शिंदे ने एक कार्यक्रम में कहा कि सत्तारूढ़ शिवसेना तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने दो-तीन साल में मुंबई की सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाने और पक्का करने के लिए एक परियोजना शुरू की है। उन्होंने शिवसेना (यूटीबी) के प्रमुख तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, “वे ऐसा कर सकते थे।”
शिंदे ने कहा कि अगर 15 साल पहले मुंबई की सड़कें पक्की कर दी गई होतीं तो लगभग 3,500 करोड़ रुपये बचाए जा सकते थे।
उल्लेखनीय है कि भारत के सबसे अमीर नागरिक निकाय बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) पर 1997 से लेकर 2022 तक शिवसेना का शासन था।
पिछले साल शिंदे के विद्रोह के बाद शिवसेना विभाजित हो गई थी। इसके बाद शिंदे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से मुख्यमंत्री बने। उद्धव ठाकरे अब दूसरे गुट – शिवसेना (यूबीटी) का नेतृत्व करते हैं।
शिंदे ने कहा, “हमने पहले चरण में 6,000 करोड़ रुपये की लागत से 450 किमी और दूसरे चरण में 450 किलोमीटर की सड़कों पर काम किया है। ठाणे में भी हम ऐसा ही करेंगे।”
शिवसेना (यूबीटी) ने मंगलवार को घोषणा की थी कि वह एक जुलाई को बीएमसी के कामकाज में ‘अनियमितताओं’ के खिलाफ प्रदर्शन करेगी।
उल्लेखनीय है कि शिंदे ने भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) द्वारा चिह्नित मुंबई नागरिक निकाय के विभिन्न कार्यों में 12,024 करोड़ रुपये की ‘अनियमितताओं’ की जांच के लिए सोमवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन को मंजूरी दी थी।