बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार से मांग की है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को नवंबर तक नहीं बल्कि कोरोना महामारी का प्रकोप रहने तक जारी रखा जाए। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की अवधि मंगलवार को बढ़ाकर नवंबर तक कर दी है।
बुधवार को किए एक ट्वीट में मायावती ने कहा, 'कोरोना वायरस व उसके कारण लॉकडाउन की पाबंदी और बेरोजगारी आदि की जबरदस्त मार से पीड़ित देशवासियों को भुखमरी की असहनीय स्थिति से बचाने के लिए ‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’ नवंबर तक नहीं बल्कि देश में कोरोना वायरस का प्रकोप रहने तक जारी रहनी चाहिए, बसपा की यह मांग है।
अपने दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा कि कर्नाटक के बेलारी में कोरोना से हुई मौत पर शवों को गड्डे में फेंकने की घटना व दृश्य मानवता को शर्मसार करने वाला है। कोरोना मरीजों के साथ क्रूर व्यवहार की शिकायतें तो आम बात है, किन्तु उनकी लाशों के साथ इस प्रकार की दरिंदगी की सजा दोषियों को वहां की सरकार जरूर दे।
राष्ट्र को संबोधित करते हुए पीएम ने कही थी ये बात
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर माह तक पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना जारी रहने की घोषणा की थी। इस योजना का लाभ उन्हीं लोगों को मिलता है, जो पहले से ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा स्कीम के लाभार्थी रहे हैं। इस स्कीम के तहत 81 करोड़ लाभार्थियों को हर महीने 5 किलो अनाज सस्ते दर पर दिया जाता है। गरीब कल्याण योजना के तहत मिलने वाला मुफ्त अनाज सस्ते अनाज के अतिरिक्त दिया जाता है।