पूर्वी खासी पर्वतीय जिले के पुलिस अधीक्षक एम खारकरंग ने बताया कि हमने दोरफांग को गिरफ्तार कर लिया है और यहां ले आए हैं। अब उन्हें मुकदमे का सामना करना होगा। खारकरंग ने इस बाबत ज्यादा जानकारी नहीं दी कि आरोपी विधायक कहां छिपे थे। दोरफांग को पकड़ने के लिए पुलिस ने राज्य सहित असम के कई जगहों पर छापे मारे, जहां वह कल सुबह तक आते-जाते रहे थे। बहरहाल, ये छापेमारी नाकाम रहीं।
दोरफांग एक सशस्त्र संगठन के सह संस्थापक भी रह चुके हैं। उन्होंने 2007 में आत्मसमर्पण कर दिया था। सेक्स रैकेट का मामला तब सामने आया जब पिछले महीने 14 वर्षीय एक नाबालिग लड़की की तस्करी के मामले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं राज्य के गृह मंत्री एचडीआर लिंगदोह के बेटे के स्वामित्व वाले एक अतिथि गृह के एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया। पीड़िता को पुलिस ने अतिथि गृह के निकट से बचाया था। पीड़िता ने पुलिस स्टेशन में उन सभी लोगों के नाम बताए जो उसका यौन शोषण कर रहे थे। अदालत ने चार जनवरी को विधायक के लिए गैरजमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। (एजेंसी)