केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख के करगिल जिले में शुक्रवार को संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के तहत विशेष दर्जा खत्म होने के मद्देनजर 145 दिनों तक निलंबित रहने के बाद मोबाइल-इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं। करीब पांच माह बाद यहां के निवासियों को सोशल मीडिया पर जाने का मौका मिला, ता लोग, खासकर युवा देश-विदेश के अपनों से संपर्क साधने में लग गए।
अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि करगिल में पूरी तरह सामान्य स्थिति लौटने के हालात को देखते हुए सेवाओं को बहाल किया गया है। उनके मुंताबिक, पिछले चार महीनों में कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। उसी के मद्देनजर यह फैसला लिया गया है।
उन्होंने बताया कि स्थानीय धर्मगुरुओं ने, सरकार की शांति बहाली की मंशा के तहत लोगों से सुविधा का दुरुपयोग नहीं करने की अपील की है। अघिकारियों ने बताया कि करगिल में ब्रॉडबैंड सेवाएं पहले से ही काम कर रहीं थीं।
श्रीनगर में पत्रकारों को दी गई जानकारी के मुताबिक, केंद्र ने पूर्व जम्मू-कश्मीर राज्य में, धारा 370 हटाने और राज्य के विभाजन की घोषणा करने और उसमें दो केंद्रशासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाख बनाने के बाद पांच अगस्त से वहां इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं।
बता दें कि लद्दाख में मोबाइल और ब्रॉडबैंड सेवाएं पहले ही बहाल कर दी गई थीं और अब इंटरनेट भी चालू कर दिया गया है। लेकिन जम्मू-कश्मीर को इंटरनेट सेवा के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। जबकि सरकार द्वारा वहां तैनात केंद्रीय बलों को वापस बुलाए जाने की शुरुआत कर दी गई है।