उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने साफ कर दिया है कि हरिद्वार कुंभ में भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा के लिए आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। अशोक ने इस बैठक में शामिल नौ राज्यों और रेलवे पुलिस के अफसरों से सहयोग की अपील की है।
अन्तर्राज्यीय समन्वय बैठक में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर राज्यों के साथ ही अन्य एजेंसियों के सहयोग से कुंभ को सकुशल संपन्न कराना है। समस्त शाही स्नानों को सकुशल संचालन के लिए सभी के समन्वय तालमेल की आश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि इस बार पुलिस भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई नई तकनीकों को शामिल कर रही है। कुम्भ क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन कैमरों से सतर्क दृष्टि रखी जाएगी। पिछले कुंभ मेले के मुकाबले 2021 में आयोजित हो रहे कुंभ मेले में सोशल मीडिया का उपयोग बड़े पैमाने पर होगा। ऐसे में संप्रदायिक और आपत्तिजनक सोशल मीडिया पोस्ट पर लगाम लगाने के लिए मेले में सोशल मीडिया मॉनीटरिंग सेल स्थापित होगी।
बैठक में आईपीएस संजय गुंज्याल, एपी अंशुमान मेले के दौरान शाही स्नानों एवं अन्य स्नानों में किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात प्रबन्धन, भीड़ नियन्त्रण, पार्किंग, यातायात प्लान पर किए जाने वाले पुलिस प्रबन्धन, पूर्व में घटित हुए दुर्घटनाओं आदि के बारे में प्रजेंटेशन दिया। कुंभ मेले में भीड़ नियंत्रण पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। शाही स्नानों एवं प्रमुख स्नानों के दौरान भीड़ प्रबन्धन हेतु ट्रैफिक प्लान, ट्रैफिक डायवर्जन आदि महत्वपूर्ण सूचनाओं का सीमावर्ती प्रदेशों से अपने-अपने जनपदों में व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया।
बैठक में तय किय़ा गया कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा कुंभ मेले के लिए जारी एसओपी का पालन करने, सोशल मीडिया प्लेटफार्म से भी प्रचार-प्रसार करने, तीर्थयात्री एवं श्रद्धालु उनके राज्य से मेले में आने वालों से कोविड की गाइड लाइंस का पालन कराने, तीर्थयात्रियों एवं श्रद्धालुओं को वेब पोर्टल में रजिस्ट्रेशन कराने और कोविड नेगिटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता के पर चर्चा की गई। सभी राज्यों के अफसरों ने इस पर सहमति व्यक्त की गयी।
तय किया गया कि शाही स्नानों के दिन वीआईपी मूवमेंट पर रोक रहेगी। वीआईपी यदि आना चाहते हैं तो वे एक साधारण श्रद्धालु की भांति ही आ सकते हैं। इस बैठक में राज्यों एवं एजेंसियों द्वारा पूर्व की घटनाओं एवं कुंभ के दौरान घटित घटनाओं राष्ट्र विरोधी तत्वों के सम्बन्ध में अभिसूचना साझा की। सभी सीमावर्ती राज्यों के नोडल अधिकारियों में समन्वय एवं सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए उनका एक व्हाट्सएप ग्रुप भी बनाया जाएगा। प्रमुख स्नान वाले दिनों में यातायात का दबाव अधिक होने पर उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और डायवर्जन शुरू किया जाएगा। इस सम्बन्ध में जल्द ही सभी सीमावर्ती जनपदों के पुलिस उपाधीक्षकों एवं थाना प्रभारियों एक बैठक हरिद्वार में आयोजित की जाएगी। रेलवे में अधिक भीड़ होने पर सीमावर्ती नजीबाबाद और सहारनपुर के रेलवे स्टेशनों को भी एक्टिव किया जाएगा। मेले के मार्गों पर सीमावर्ती राज्यों द्वारा भी विभिन्न स्थानों पर एम्बूलेंस एवं क्रेन तैनात करने पर भी सहमति बनी। सम्पर्क एवं संचार के लिए वायरलेस का उपयोग किया जाएगा और एक काॅमन फ्रिक्वेन्सी की व्यवस्था कर ली जाएगी। प्रत्येक राज्य एवं एजन्सी में एक वरिष्ठ अधिकारी को कुम्भ मेले में समन्वय हेतु नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा। प्रत्येक राज्य द्वारा सोशल मीडिया मॉनिटरिंग की जाएगी और इससे प्राप्त सूचनाओं को तुरंत शेयर किया जाएगा। कुंभ मेले के प्रचार-प्रसार के लिए फेसबुक पेज भी बनाया गया है। इस पेज पर कुंभ से जुड़ी सभी सूचनाएं श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराई जाएगी। इसके साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस के फेसबुक पेज और ट्विटर हैण्डल से भी ट्रैफिक प्लान और पार्किंग की जानकारी श्रद्धालु घर बैठे पा सकेंगे।
बैठक में दीपक रावत, मेलाधिकारी, कुम्भ मेला एवं सभी राज्यों और एजेन्सियों के अधिकारियों द्वारा कुम्भ मेले की व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में अपने विचार साझा किये।
बैठक में आलोक मित्तल, अपर पुलिस महानिदेशक, सीआईडी, हरियाणा, राजीव सभरवाल, अपर पुलिस महानिदेशक, मेरठ जोन, उत्तर प्रदेश, पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, सीआईडी/पीएसी, अमित सिन्हा, पुलिस महानिरीक्षक, पी/एम, वी. मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, रूपिन्दर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना, राजस्थान, दिलजीत ठाकुर, पुलिस महानिरीक्षक, हिमाचल प्रदेश, एनएन सिंह, एडीआरएम, उत्तर रेलवे, मुरादाबाद, रविकांत, एसीपी, दिल्ली पुलिस, कुल्दीप नारायण, पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ उत्तर प्रदेश सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। संचालन श्रीमती निवेदिता कुकरेती, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अभिसूचना ने किया।