प्रधानमंत्री जब जयललिता के पार्थिव शरीर के समक्ष पुष्प चक्र रखकर पनीरसेल्वम की ओर बढ़े तो वह बिलखकर बिखर से गए और मोदी से लिपटकर रोने लगे। तब प्रधानमंत्री ने उनकी पीठ पर हाथ फेरा और हिम्मत बनाए रखने के लिए कहा। जब मोदी अपने वाहन की ओर बढ़े तो पनीरसेल्वम एक बार फिर उनसे लिपटकर रोने लगे।
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने रोती हुई शशिकला को ढांढस बंधाया था। शशिकला जयललिता की करीबी रही हैं। उस समय भी पनीरसेल्वम एक बार फिर बिलख पड़े थे। तब प्रधानमंत्री ने उन्हें गले से लगा लिया था और उनसे भावनाओं को काबू में रखने के लिए कहा था। राजाजी हॉल में जयललिता के अंतिम दर्शनों के लिए जुटी भारी भीड़ में से जब प्रधानमंत्री होकर गुजरे तो बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी वहां मुस्तैदी के साथ तैनात थे। इन सुरक्षाकर्मियों में ब्लैक कैट कमांडो भी शामिल थे। प्रधानमंत्री मोदी हाथ जोड़कर लोगों से यह अनुरोध भी करते दिखाई दिए कि वे अपने मोबाइल फोन पर तस्वीरें न लें। (एजेंसी)