अगले एक-दो दिन में यूपी पुलिस के हवाले होंगे मुख्तार अंसारी, 12 अप्रैल को मोहाली कोर्ट में विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होगी सुनवाई
चंडीगढ़, सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पंजाब पुलिस मुख्तार अंसारी को युपी पुलिस के हवाले करने जा रही है। हांलांकि पंजाब पुलिस ने 13 अप्रैल को मोहाली कोर्ट में अंसारी की अगली सुनवाई का हवाला देते हुए सपुदर्गी फिलहाल ठंडे बस्ते में डालने की कोशिश की थी पर पंजाब पर केंद्रीय गृह मंत्रालय के दबाव के चलते अंसारी को अगले एक दो दिन में यूपी पुलिस के हवाले किए जाने की तैयारी है। इधर पंजाब के गृह विभाग की ओर से उत्तर प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर बताया गया कि अंसारी की 12 अप्रैल को मोहाली कोर्ट में होने वाली पेशी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए करवाई जा सकती है। विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए होने वाली पेशी के चलते यूपी पुलिस अगले एक दो दिन में अंसारी को यूपी ले जा सकती है।
रोपड़ जेल से मोहाली अदालत में अंसारी को व्हील चेयर में लाने के लिए प्रयोग की गई एंबुलेंस भी पंजाब पुलिस की न होने से पंजाब पुलिस की अंसारी पर दया दृष्टि सवालाें के घेरे मंे हैं। विपक्षी दल आम आदमी पार्टी और िशरोमणि अकाली दल कैप्टन अमरिदंर सरकार को अंसारी की मेहमान नवाजी को आरोप लगा कांग्रेस सरकार को घेर रहे हैं। 31 मार्च को मोहाली अदालत में जिस एंबुलेंस (यूपी 41 एटी 7171) में अंसारी को पेश किया गया, उस एंबुलेंस के खिलाफ यूपी के बाराबंकी में मामला दर्ज किया गया है।
एंबुलेंस को जब्त करने यूपी पुलिस के आला अधिकारियों की एक टीम सोमवार को रोपड़ जेल पहुंची। जानकारी के अनुसार यूपी नंबर की एंबुलेंस अभी भी जेल परिसर में ही है। इसी एंबुलेंस से अंसारी को यूपी ले जाने की तैयारी है। सुरक्षा प्रबंधों का हवाला और मुख्तार के परिजनों की याचिका के मद्देनजर यूपी नंबर वाली इस एंबुलेंस को बुलेटप्रूफ बताया गया है जेल विभाग के आईजी मुताबिक एंबुलेंस बुलेट प्रूफ नहीं है। मुख्तार अंसारी को 24 जनवरी 2019 में रोपड़ जेल लाया गया था। अंसारी पर मोहाली जिले के एक बिल्डर से 10 करोड़ की फिरौती मांगने का आरोप लगा। इस संबंध में मटौर थाने में आईपीसी की धारा 386, 506 के तहत मामला दर्ज किया गया। जिसके बाद पुलिस ने अंसारी को प्रोडक्शन वारंट पर मोहाली अदालत में पेश किया। पिछले 2 साल से अंसारी रोपड़ जेल में बंद है।