बिहार, झारखंड और ओडिशा के संगठन 'इमारत-ए-शरिया' की ओर से राजधानी के गांधी मैदान में रविवार को 'दीन बचाओ-देश बचाओ' सम्मेलन का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम का उद्घाटन अमीर-ए- शरीयत मौलाना मोहम्मद वली रहमानी ने किया। सम्मेलन का उद्देश्य हिन्दू-मुस्लिम सौहार्द और भाईचारे के खिलाफ खड़ी ताकतों के खिलाफ लोगों को सचेत करना है। सम्मेलन के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। इसमें जन-सैलाब उमड़ पड़ा है।
सोशल मीजिया पर भी इस सम्मेलन के बारे में लोग चर्चा कर रहे हैं और तस्वीरें, वीडियो पोस्ट कर रहे हैं।
कार्यक्रम में मौलाना अबु तालीम रहमानी ने कहा जब डोकलाम से लेकर किसी दूसरे बॉर्डर पर फौज को नौजवानों की दरकार लगे, सरकार सिर्फ एक बार हमसे कहे। हम अपने बच्चों को मदरसों से निकाल कफन पहनकर फौज के सुपुर्द कर देंगे। भारत के मुसलमान भूखे रह सकते हैं, लेकिन देश का सौदा कभी नही कर सकते।
इमारत शरिया के नाजिम अनीसुर रहमान कासमी ने बताया कि यह गैर राजनीतिक कार्यक्रम है। उन्होंने आग्रह किया कि इसे राजनीति से जोड़कर न देखा जाए।
सम्मेलन की सुरक्षा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है। गांधी मैदान में जगह-जगह दंडाधिकारियों, पुलिस अधिकारियों को महिला और पुरुष बल के साथ तैनात किया गया है। सभी गेटों की कमान दंडाधिकारियों के जिम्मे है। गांधी मैदान के साथ-साथ शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर दंडाधिकारी तैनात किए गए हैं। बड़ी-बड़ी इमारतों से भी गांधी मैदान की सुरक्षा का ख्याल रखा जा रहा है।
सम्मेलन को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए पांच हजार सुरक्षाकर्मी, 300 दंडाधिकारी व 350 पुलिस पदाधिकारियों की तैनाती की गई है। जिलाधिकारी कुमार रवि ने बताया कि सुरक्षा के साथ-साथ आने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रहीं हैं। एंबुलेंस के साथ चिकित्सक भी तैनात किए गए हैं।