छत्तीसगढ़ के बस्तर में कई बड़ी नक्सली घटनाओं को अंजाम देने वाला खतरनाक नक्सली माडवी हिड़मा कोरोना पॉजिटिव हो गया है। जिसकी वजह से वह बस्तर के जंगलों में कई दिनों से तड़प रहा है। हिड़मा पर 40 लाख रुपये का इनाम है। दैनिक भास्कर की खबर के अनुसार इसकी पुष्टि बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने की है।
उन्होंने यह भी कहा कि हिड़मा के साथ ही कई बड़े कैडर के नक्सली भी कोरोना से पीड़ित है। यदि सभी सरेंडर कर दें तो हम उनका इलाज कराएंगे।
सूत्रों के मुताबिक कोरोना का सामना कर रहे हिड़मा को अभी मेडिकल सपोर्ट की सख्त जरूरत है। कुछ दिन पहले ही बीजापुर पुलिस ने एक नक्सली को गिरफ्तार किया था जिनसे बहुत सारी दवाइयां, मास्क, सेनिटाइजर जब्त किए गए थे। पुलिस के मुताबिक यह सामान माओवादी पुनेम ने हिड़मा तक पहुंचाने के लिए मंगवाई थी।
तेलंगाना के कोत्तागुडम एसपी सुनील दत्त ने भी हिड़मा के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि की है। जिसके बाद छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की पुलिस अलर्ट पर है। पुलिस बल हिड़मा का सरेंडर करवाने की कोशिश कर रही है। यदि ऐसा होता है तो बस्तर और तेलंगाना के कुछ हद तक नक्सलवाद की घटनाएं कम हो सकती हैं।
जानिए कौन है माडवी हिड़मा-
अप्रैल महीने में छत्तीसगढ़ में बड़ा नक्सली हमला हुआ था जिसमें दो दर्जन से अधिक जवान शहीद हो गए थे। इसका मास्टरमाइंड हिड़मा माना गया। हिड़मा की उम्र 40 साल के करीब है और वो सुकमा जिले के पूवर्ती गांव का आदिवासी है। वह 90 के दशक में नक्सली बना। पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी की बटालियन नंबर 1 का मुखिया है। हिड़मा को उसके भयंकर और घातक हमलों के लिए जाना जाता है। हिडमा लगभग 180 से 250 नक्सलियों के समूह का सरगना है, उनके समूह में महिलाएं भी शामिल हैं।
हिडमा कितना कुख्यात है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसके ऊपर 40 लाख रुपये का इनाम है। एनआईए ने भी हिडमा के विरुद्ध भी मंडावी हत्या मामले में चार्ज शीट फाइल की है। भीमा मंडावी भाजपा विधायक थे। अप्रैल 2019 में दंतेवाड़ा में उनपर हमला हुआ था, जिसमें वह, उनका ड्राइवर और 3 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
बता दें कि पिछले महीने हिड़मा की टेक्निकल टीम के एक सदस्य आयतु की तेलंगाना में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। वह भी कोरोना संक्रमित था।