महाराष्ट्र विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में बीजेपी और शिवसेना के बीच गठबंधन है लेकिन दोनों ही पार्टियों के नेताओं के बयानों से ऐसा लगता है कि अभी भी दोनों अगल-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। खासकर जब बात सीएम पद की आती है तो दोनों के सुर अलग नजर आ रहे हैं। बीजेपी की तरफ से जहां पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने देवेंद्र फडणवीस को ही चेहरा बनाया है और यह दावा भी किया है कि वो दोबारा सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे। वहीं, शिवसेना के नेता लगातार आदित्य ठाकरे को सीएम पद का उम्मीदवार बता रहे हैं।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सामना को दिए एक इंटरव्यू में कहा है कि वह एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बना के रहेंगे।इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि 'इच्छा व्यक्त करने में क्या जाता है।' इंटरव्यू में उद्धव ने बीजेपी के साथ गठबंधन, अपने बेटे आदित्य ठाकरे के चुनाव लड़ने से मुद्दों पर खुलकर बात की। ठाकरे ने यह भी कबूला कि उन्होंने बीजेपी के साथ गठबंधन में आने के लिए कंप्रोमाइज किया है, जो सिर्फ महाराष्ट्र की भलाई के लिए है।
ठाकरे ने कहा, 'हम कम सीटों पर लड़ रहे हैं, क्योंकि देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिल ने मुझसे अपनी समस्या समझने की अपील की थी। भले ही शिवसेना कम सीटों पर लड़ रही है, लेकिन पार्टी ज्यादातर सीटों पर जीत दर्ज करेगी।'
बाला साहेब ठाकरे को दिया अपना वचन पूरा करूंगा
उद्धव ठाकरे ने कहा, 'आदित्य ठाकरे चुनाव लड़ने रहे हैं इसका यह मतलब नहीं कि मैं चुप बैठ जाऊंगा। मैं राजनीति से संन्यास नहीं लूंगा। शिवसेना प्रमुख (बाला साहेब ठाकरे) को दिया अपना वचन पूरा करूंगा। मैंने उन्हें वचन दिया था कि एक शिवसैनिक को मुख्यमंत्री बनाकर रहूंगा। जब तक यह नहीं हो जाता है मैं चुप नहीं बैठूंगा।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि पिछले 5 वर्षों से हम सत्ता में हैं। सत्ता में रहते हुए भी हम हमेशा जनता की आवाज बने। अन्याय के खिलाफ आवाज उठाते रहे। न्याय के लिए लड़ते रहे।
आदित्य ठाकरे बनेंगे सीएम या डिप्टी सीएम?
उद्धव ठाकरे ने अपने बेटे और ठाकरे परिवार से पहली बार चुनावी मैदान में उतरे आदित्य पर राय जाहिर की। उद्धव ठाकरे ने कहा, 'आदित्य चुनाव लड़ रहे हैं, इसका मतलब यह नहीं है कि वो तुरंत ही सीएम या डिप्टी सीएम बन जाएंगे। वो विधानसभा का तजुर्बा लेना चाहते हैं। यह कोई बुरा फील्ड है। युवाओं को आना चाहिए और राजनीति का हिस्सा बनना चाहिए।'
सत्ता के लिए ही गठबंधन किया इसमें छुपाने जैसा कुछ नहीं
बीजेपी के गठबंधन करने पर 125 सीटें मिलने पर उद्धव ने कहा, 'गठबंधन में कुछ हासिल करने के लिए कुछ गंवाना भी पड़ता है, लेकिन आखिर में परिणाम देखा जाता है, सत्ता हमें चाहिए ही। हां, मैंने सत्ता के लिए ही गठबंधन किया इसमें छुपाने जैसा कुछ नहीं है। ये सत्ता रहेगी तो उन 164 निर्वाचन क्षेत्रों में शिवसेना के कार्यकर्ताओं को भी मैं कुछ-न-कुछ दे सकता हूं इसलिए मैंने गठबंधन किया की।
जानें कब हैं चुनाव
चुनाव की घोषणा- 21 सितंबर
नोटिफिकेशन की तारीख- 27 सितंबर
नामांकन की आखिरी तारीख - 4 अक्टूबर
स्क्रूटनी की तारीख- 5 अक्टूबर
नामांकन वापसी की तारीख- 7 अक्टूबर
चुनाव प्रचार का आखिरी दिन-19 अक्टूबर
चुनाव की तारीख- 21 अक्टूबर
मतगणना की तारीख- 24 अक्टूबर